सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बने ? सुन्दर पिचाई की प्रेणादायक कहानी Google CEO Sundar Pichai

गूगल का इस्तेमाल हम सभी करते हैं और हम सभी जानते हैं कि गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है लेकिन हम गूगल के बारे में नहीं बल्कि आज हम गूगल के सीईओ(CEO) सुंदर पिचाई के बारे में जानेंगे।

सुंदर पिचाई यह नाम तो आप सभी ने जरूर सुना होगा उनके बारे में एक बात बहुत फेमस कि ये 1 घंटे में करोड़ों रुपए कमाते हैं लेकिन आखिर ये ऐसा क्या काम करते हैं? कैसे कोई इंसान इतना काबिल बन सकता है कि एक कंपनी उसे 1 घंटे के करोड़ों रुपए देती है। अगर आपके दिमाग में भी यह सवाल आया है तो इस आर्टिकल को शुरू से आखरी तक जरूर पढ़िए क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे भारत के एक मिडिल क्लास परिवार में जन्मा एक लड़का दुनिया के सबसे नामी कंपनी गूगल का सीईओ बना और सुन्दर पिचाई गूगल के सीईओ तक बनने तक की पूरी कहानी ।

Google CEO Sundar Pichai

सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बने?

सुंदर पिचाई का गूगल का सीईओ बनने तक का सफर काफी ज्यादा इंटरेस्टिंग और इंस्पायरिंग है। सुंदर पिचाई किसी बड़े अमीर बाप की औलाद नहीं थे वह भी एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करते थे फिर भी एक मिडिल क्लास से लेकर गूगल जो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी है उसका सीईओ तक बनने की कहानी काफी ज्यादा इंस्पायरिंग है तो आप गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की इस इंस्पायरिंग सफर को लास्ट तक जरूर पड़े आपको काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

गूगल सीईओ सुंदर पिचाई कौन है? – Who is Sundar Pichai?

सुंदर पिचाई का पूरा नाम सुंदर राजन पिचाई है। इनका जन्म 12 जुलाई सन् 1972 मदुरई, तमिलनाडु भारत में हुआ था। उनके पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और माता का नाम लक्ष्मी पिचाई है। जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे गूगल की ग्रोथ में सबसे बड़ा हाथ है sundar pichai का और वर्तमान में गूगल और अल्फाबेट के सीईओ हैं। अल्फाबेट गूगल और गूगल की ही कई एप्स को चलाने के लिए गूगल के द्वारा बनाई गई कंपनी है।

सुन्दर पिचाई के परिवार की जानकारी

सुन्दर पिचाई के पिताजी का नाम रघुनाथ पिचाई है और उनके पिता पेशे से एक Electrical Engineer थे और उसी से सम्बंधित क्षेत्र में काम करते थे और उनकी माता का नाम लक्ष्मी पिचाई है जो कि पेशे से एक स्टेनोग्राफर थी। सुन्दर पीछे की बात करे तो उनका एक भाई भी है और सुंदर पिचाई के बैकग्राउंड की बात करे तो वो एक बहुत ही साधारण और छोटे परिवार से संबंध रखते हैं। सुन्दर पिचाई ने अंजलि से शादी की जो उनके साथ उनके इंजीनियरिंग दिनों से साथ में है। सुन्दर पिचाई के दो बच्चे भी है। उनके बेटे का नाम किरण पिचाई और बेटी का नाम काव्या पिचाई है। सुन्दर अपने पूरे परिवार के साथ अमेरिका में रहते है।

सुंदर पिचाई का शुरुआती जीवन कैसा था?

sundar pichai का जन्म तमिलनाडु के मदुरई में हुआ लेकिन वह चेन्नई में पले बढ़े। उनके पिता एक जूनियर इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे इसलिए बचपन से ही उनका लगाव साइंस की तरफ था। अक्सर वो अपने माता-पिता से उनके काम के बारे में बातें करते रहते थे और इंजीनियरिंग के बारे में जानने की कोशिश भी करते।

sundar pichai बचपन से ही पढ़ाई में काफी इंटेलिजेंट है उनकी इंटेलिजेंस का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह फोन पर जो भी नंबर डायल करते थे उसे कभी नहीं भूलते है लेकिन टेक्नोलॉजी के नाम पर उनके घर पर केवल एक टेलीफोन था। टीवी, फ्रिज जैसी कई फैसिलिटी उनके 2 कमरे के घर में अवेलेबल नहीं थी लेकिन फिर भी उनमें हुनर इतना ज्यादा था कि 12वीं तक आते-आते उन्होंने इंजीनियर बनने का फैसला कर लिया था।

कहा जाता है कि टेक्नोलॉजी का पावर सुंदर पिचाई को एक घटना से समझ में आया। एक बार उनकी मां बीमार पड़ गई तब ब्लड टेस्ट रिपोर्ट लेने के लिए उन्हें बहुत दूर जाना पड़ा और कई घंटे तक इंतजार करने के बाद ब्लड टेस्ट रिपोर्ट मिला। तब गुस्से में वहां मौजूद एक महिला से उन्होंने कहा कि मैं कई घंटों का सफर तय करके आया हूं। ऐसे में उस महिला ने कहा यह काम तो आप फोन पर भी कर सकते थे।

अगली बार पिचाई ने जब अपने लैंडलाइन फोन से अपनी मां की ब्लड टेस्ट रिपोर्ट लिया तो उनका टेक्नोलॉजी के प्रति लगाव और बढ़ गया। सुंदर पिचाई में नंबर और डिजिट को याद रखने की प्रतिभा थी, उनके यहां जो भी किताब आती वह उन्हें पढ़ डालते। चाहे वह फोन डायरेक्टरी क्यों ना हो, नंबर को याद रखने की इस प्रतिमा के कारण उन्होंने शहर की पूरी डायरेक्टरी याद कर ली। sundar pichai को बचपन में क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था।

सुंदर पिचाई कितने पढ़े लिखे हैं?

गूगल के सीईओ sundar pichai ने दसवीं तक की पढ़ाई चेन्नई के अशोक नगर स्थित जवाहर विद्यालय से पूरी की है। उसके बाद 12वीं की पढ़ाई चेन्नई के वाना वानी स्कूल में पूरा किया, 12वीं के बाद IIT JEE का एग्जाम दिया और आईआईटी खड़कपुर से अपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरा किया। खड़कपुर से उन्होंने मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग में अपनी बैचलर डिग्री ली।

अपने बैच में वह काफी होशियार थे और इसलिए उन्हें सिल्वर मेडल भी मिला है। बी टेक करने के बाद उन्हें स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन करने का मौका मिला और उन्होंने इस अपॉर्चुनिटी को स्वीकार करते हुए एडमिशन ले लिया। 2002 में उन्होंने व्हार्टन स्कूल ऑफ यूनिवर्सिटी पेंसिलवेनिया से अपना MBA पूरा किया उसके बाद अपने नौकरी के सफर पर निकल पड़े।

गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की करियर जर्नी (career journey)

sundar pichai ने अपने करियर की शुरुआत मैकिंसी कंपनी में employee के तौर पर किया था। वहां उन्होंने इंजीनियर के तौर पर काम किया लेकिन जल्द ही वह प्रोडक्ट मैनेजर के तौर पर गूगल कंपनी से जुड़ गए। दूसरे एंप्लॉयी की तरह वह भी ऑर्गनाइजेशन में काम करते थे, गूगल ने सुंदर पिचाई एक आम एंप्लॉयी थे लेकिन फिर कुछ ऐसी चीजें हुई जिससे वह कंपनी की नजरों में आ गए। उनके आइडियाज और थॉट्स गूगल को इतने पसंद आने लगे कि वह गूगल के सबसे बेहतरीन एंप्लॉयी में शामिल होते चले गए।

अब आप सोच रहे होंगे भला ऐसा क्या हुआ sundar pichai ने ऐसा कौन सा आईडिया दे दिया जिससे गूगल इतना इंप्रेस हो गया। दरअसल 2004 में सुंदर पिचाई को सबसे जरूरी प्रोजेक्ट दिया गया शुरुआत में उन्होंने गूगल सर्च टूल बार पर काम किया इस डेवलपमेंट पर काम करते हुए उन्हें खुद का इंटरनेट ब्राउज़र बनाने का आईडिया आया।

उनके इस आइडिया को शुरुआत में सीनियर्स का समर्थन नहीं मिला। उन्होंने इसे एक्सपेंसिव प्रोजेक्ट बताकर रिजेक्ट कर दिया, उनका कहना था पहले ही कई ब्राउजर इंटरनेट पर मौजूद है ऐसे में एक नया ब्राउजर कंपटीशन में उतारना एक घाटे का सौदा है लेकिन सुंदर का यह आइडिया गूगल के फाउंडर सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज को काफी पसंद आया। उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कराया और साल 2008 में गूगल क्रोम को लॉन्च किया गया। गूगल के फाउंडर जानते थे अच्छी और अनोखी सर्विस देखकर बाकी ब्राउज़र से आगे निकल सकते हैं और ऐसा ही हुआ। शानदार इंटरफ़ेस, अच्छी सर्विस और ज्यादा स्टोरेज देकर उन्होंने ज्यादा कस्टमर को अपनी और आकर्षित किया। ऐसे में देखते ही देखते गूगल नंबर वन पोजीशन में आ गया। क्रोम के बाद सुंदर पिचाई ने गूगल के बाकी कई प्रोजेक्ट पर भी काम किया जीमेल, जी ड्राइव से लेकर क्रोमबुक, क्रोम ओएस, गूगल मैप जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट में अपना योगदान दिया।

इतने शानदार इनोवेशन का हिस्सा होने की वजह से ही वह गूगल के शानदार एम्पलाई की लिस्ट में शामिल होते चले गए। साल 2012 में गूगल ने सुंदर पिचाई को क्रोम एंड एप्स का वीपी बना दिया। फिर 2013 में गूगल ने एंड्रॉयड डिविजन की जिम्मेदारी सुंदर पिचाई को दी। इस डिवीजन में भी काम करते हुए भी एक स्मार्ट डिसीजन लिया। दरअसल उन्होंने एंड्रॉयड और गूगल को इंटीग्रेट कर दिया जिससे एंड्राइड के फोन में गूगल के ऐप्स इंस्टॉल हो कर आने लगे। इस फैसले से गूगल का कस्टमर बेस काफी तेजी से बढ़ा, ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ते गए और सभी सर्विसेज में गूगल नंबर वन की पोजीशन में छा गया।

सुंदर पिचाई google के सीईओ कैसे बने?

अपने स्मार्ट डिसीजन मेकिंग और टैलेंट के चलते 2015 में गूगल ने सुंदर पिचाई को गूगल के सीईओ के तौर पर चुना। उन्होंने खुद कभी इस पोस्ट पर बैठने का दावा नहीं किया बल्कि अपने काम से कंपनी को नंबर वन बना दिया।

एक बार हुआ यह कि ट्विटर और माइक्रोसॉफ्ट ने सुंदर पिचाई को सीईओ बनने के लिए अप्रोच किया। जब यह बात गूगल को पता चली तो वह इनसिक्योर हो गया, फिर गूगल ने समझदारी से मार्केट और अपनी जरूरत को समझते हुए सुंदर पिचाई को साल 2015 में सीईओ बना दिया और कुछ समय बाद गूगल की पैरंट कंपनी अल्फाबेट का सीईओ भी सुंदर पिचाई को 2019 में बना दिया गया।

सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बने ? Google CEO Sundar Pichai

सुन्दर पिचाई की अचीवमेंट क्या है?

सुंदर पिचाई ने गूगल के सीईओ रहते हुए कई सारे उपलब्धियां हासिल की है, जिसमें से कुछ इस प्रकार हैं,

  • गूगल ड्राइव, गूगल क्रोम और गूगल एंड्रॉयड जैसे महत्वपूर्ण उत्पादों के विकास में उनका अहम योगदान दिया था.
  • सुन्दर पिचाई के सीईओ बनने के कार्यकाल में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वसनीयता और मान्यता प्राप्त की है।
  • गूगल ने उन्हें अपने कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में नियुक्ति किया है.
  • उनके सीईओ के कार्यकाल के दौरान और उनके नेतृत्व में गूगल के वित्तीय विकास और उनके फाइनेंस में काफी अधिक मात्रा में वृद्धि हुई है।
  • सुंदर पिचाई ने गूगल को नए कार्यकर्मियो के साथ नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए काम किया।
  • उन्होंने तकनीकी और उत्पाद संबंधी समस्याओं को खत्म करने के लिए काफी काम किया है और गूगल को एक प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनी के रूप में स्थापित करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है.
  • सुंदर पिचाई को टेक्नोलॉजी क्षेत्र में उदाहरणीय नेतृत्व के लिए मान्यता प्राप्त है।
  • उन्होंने गूगल को वृद्धि का आधार बनाया और कंपनी को विभिन्न क्षेत्रों में अपनी जगह बनाने में मदद की।

सुंदर पिचाई सैलेरी इन इंडियन रुपया? – Sundar Pichai Salary in Indian Rupees?

सुंदर पिचाई की सैलरी की बात करें तो एक रिपोर्ट के अनुसार सुंदर पिचाई को एक दिन के 6 करोड़ रुपए दिए जाते है और महीने में 1.3 करोड़ रुपए मासिक वेतन दी जाती है, जो सुंदर पिचाई को दुनिया का उच्चतम पेड सीईओ की सूची में शामिल करती है।

सुंदर पिचाई Net worth कितनी है

सुन्दर पिचाई की टोटल इनकम लगभग 10,215 करोड़ रूपए है।

सुंदर पिचाई का जन्म कहां हुआ?

सुंदर पिचाई का जन्म मदुरई तमिलनाडु भारत में हुआ।

सुंदर पिचाई कौन से देश से हैं?

सुंदर पिचाई भारतीय मूल के अमेरिकी हैं।

सुंदर पिचाई ने जवाहर विद्यालय से कौन सी कक्षा पास की?

सुंदर पिचाई में जवाहर विद्यालय से दसवीं कक्षा पास की।

सुंदर पिचाई के 1 महीने की सैलरी कितनी है?

एक रिपोर्ट के अनुसार सुंदर पिचाई की मंथली पेमेंट 1.3 करोड़ रुपए है?

सुंदर पिचाई कितना पढ़े हैं?

आईआईटी खरगपुर से (बी टेक) स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से (एमएस) पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी से (एमबीए) तक की पढ़ाई की है।

सुंदर पिचाई की उम्र कितनी है

10 June 1972 (age 50 years) ,अभी लगभग उनकी उम्र 50 साल है

निष्कर्ष (conclusion):

दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आज जाना की सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बने? इसके साथ ही सुंदर पिचाई का शुरुआती जीवन कैसा था?, सुंदर पिचाई की करियर जर्नी (career journey) इसके बारे में जाना।

हमें उम्मीद है सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ के बारे में सभी जानकारी आपको समझ आ गई होगी। अगर आपके मन में इससे जुड़ा कोई सवाल है,तो हम कमेंट में पूंछ सकते है। अगर आपको हमारा आर्टिकल हेल्पफुल लगा है और कुछ नया जानने को मिला है, तो इसे अपने फ्रेंड्स और फैमली के साथ शेयर करना ना भूलें।

1 thought on “सुंदर पिचाई गूगल के सीईओ कैसे बने ? सुन्दर पिचाई की प्रेणादायक कहानी Google CEO Sundar Pichai”

  1. आपके द्वारा दी गई जानकारी हमे काफी अच्छी लगी हमे उम्मीद है की आप ऐसी ही जानकारी आगे भी देते रहेंगे। हमने भी लोगो की मदद करने के लिए एक वैबसाइट बनाई है जिसमे हमने अभी ये पोस्ट लिखा है। आप इसे पढ़ कर कमेंट जरूर करे। –

Leave a Comment