‘मेटावर्स’ क्या है क्या यह एक लाभकारी उपकरण है ?तर्क सहित लिखिए

दोस्तो जेसा की आप लोगों को पता ही होगा कि फेसबुक का नाम बदल दिया गया है और अब फेसबुक का नाम meta रख दिया गया है। 28 October 2021 को फेसबुक के founder मार्क जुकरबर्ग ने एनाउंसमेंट की फेसबुक का नाम meta कर दिया गया है तो दोस्तों फेसबुक के नाम को बदलने के पीछे इनका बहुत बड़ा मकसद है दरसल मेटा जो नाम है वह metaverse से लिया है और metaverse technology फेसबुक का एक बड़ा प्रोजेक्ट है तो दुनिया को इस metaverse से अवगत कराने के लिये ही फेसबुक ने नाम चेंज किया। दोस्तों तो आज के इस आर्टिकल हम आपको बताने वाले है ‘मेटावर्स’ क्या है क्या यह एक लाभकारी उपकरण है। metaverse technology क्या है, metaverse technology, कैसे यह काम करेगा

metaverse technology kya hai in hindi

metaverse technology क्या है।

दोस्तो यह जो metaverse technology है यह एक अलग काल्पनिक दुनिया होने वाली है तो अभी इसको समझना थोड़ा सा मुश्किल है फिर भी हम आपको इस metaverse technology को अच्छे से आपको समझाने की कोशिश करेंगे।

तो आप metaverse technology को इन्टरनेट की एक दूसरी दुनिया समझ सकते हो जो इस हकीकत की दुनिया ही जेसी होगी लेकिन metaverse की दुनिया में कुछ चीजे काल्पनिक होने वाली है जिसमें एक पूरी 3d दुनिया होने वाली है उसमे आपका भी एक 3d character अवतार होगा और इस दुनिया में आप जेसा चाहो वैसे बन सकते हो, आप सुपर मेन बन सकते हो या शक्तिमान जेसा बन सकते हो जिसके पास सभी शक्तियां होती है जो एक जगह से दूसरी जगह उड़ कर जा सकता है यह सब आपको हकीकत जेसा लगेगा।

तो इस प्रकार यह दुनिया होने वाली है । कहा जा रहा है कि इस metaverse दुनिया मे भी आपके घर, जमीन होगी जेसे हकीकत की दुनिया मे होता है और आप metaverse की दुनिया मे आप कुछ भी खरीद और बेच भी सकते हो यहाँ की जो currency होगी वह क्रिप्टोकोर्रेंसी होगी जेसे बिटकॉइन आदि।

metaverse technology का कॉन्सेप्ट कहाँ से लिया गया।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी का कॉन्सेप्ट 1992 में नावेल आयी थी जिसका नाम स्नो क्रैश था इसके लेखक नील स्टेफनसन थे। इस नावेल में लेखक ने एक काल्पनिक का जिक्र किया जिसका नाम मेटावर्स था।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी कैसे काम करेगी।

दोस्तो यह जो टेक्नोलॉजी artificial intelligence और 3d technology पर काम करेगी।  मेटावर्स टेक्नोलॉजी में artificial intelligence और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का सबसे ज़्यदा योगदान रहेगा।

मेटावर्स में कैसे जा सकते हैं कैसे metaverse technology की दुनिया में जा सकते हैं।

दोस्तों यह मेटावर्स की दुनिया इन्टरनेट से जुडी दुनिया होगी तो इस दुनिया मे जाने के लिए आपको इन्टरनेट और कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जरूरत होगी जेसे मोबाइल।,कंप्युटर और vr ,ar डिवाइस। इन उपकरणों की मदद से ही आप इस दुनिया में जा पाओगे।

VR और AR डिवाइस क्या होता है।

VR (virtual reality) और AR (Augmented Reality) होता है यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होते है जिनकी मदद से हम एक काल्पनिक स्थिति का रियल अनुभव कर सकते हैं। अभी इन डिवाइस का उपयोग मूवी थ्रेटर में भी किया जाता है जहाँ आपको लगता है की जैसे आपके सामने रियल में सबकुछ हो हो रहा हो। गेमिंग में भी इन डिवाइस का उपयोग होता है।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी से क्या फायदा होने वाला है।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा फायदा ये होने वाला है कि आप physically एक जगह पर रहकर virtually सभी चीजों का experience कर सकोगे जेसे की हम पहले ही बता चुके हैं metaverse में भी सभी चीजों हमारी रियल दुनिया जेसी ही होगी मतलब ये है कि आप वहाँ भी घूमने जा सकोगे ,स्कूल जाओगे, काम पर जाओगे, गेम्स खेल सकोगे आदि चीजे इस metaverse technology में होने वाली है।

एक्साम्पल के लिए – आपका सपना स्विज़रलैंड घूमने का ,वहां जाकर खूब मजे करने वाले हो लेकिन किसी कारणवस आप नहीं जा पाते लेकिन मेटावर्स टेक्नोलॉजी की मदद से आप दुनिया के किसी भी कोने में घूमने जा सकते हो वो भी अपने घर बैठे आपको रियल लाइफ वाला ही एक्सपीरियंस मिलेगा , आपको ऐसा फील होगा जैसा आप रियल में गये होंगे। तो दोस्तों है ना ये कमाल की चीज।

मेटावर्स टेक्नोलॉजी की मदद से हम फ्यूचर देख सकते है

दोस्तों अभी हम कल्पना कर सकते है की फ्यूचर ऐसा होगा वैसा होगा ,लेकिन हम उसको एक्सपीरियंस नहीं कर सकते है लेकिन मेटावर्स की मदद से हम वो माहौल बनाकर उसको अनुभव कर सकते है यह काफी कमाल की चीज होने वाली है।

कब तक मेटावर्स टेक्नोलॉजी आ जायेगी।

दोस्तो अभी metaverse technology पर काम शुरू हो चुका फेसबुक 50 मिलियन डॉलर इस मेटावर्स टेक्नोलॉजी पर  इन्वेस्टमेंट करने वाला है और 10 हज़ार लोगों की टीम इस मेटावर्स टेक्नोलॉजी को तैयार करने में लगेगी तो उम्मीद है जल्दी ही ये metaverse technology आ जायेगी। अनुमान यह लगाया जा रहा है की  5 से 10 सालो के अंदर यह मेटावर्स टेक्नोलॉजी आ आ जायेगी।

क्या मेटावर्स वास्तविक दुनिया की जगह ले सकता है?

मेटावर्स एक काल्पनिक आभासी दुनिया है जो आपको वास्तविक दुनिया जैसा फील करा सकता है लेकिन वास्तविक दुनिया की जगह नहीं ले सकता है।


हमें मेटावर्स की आवश्यकता क्यों है?

मेटावर्स में हम कई चीजे जो की वास्तविक दुनिया में करना मुश्किल होता है वह हम मेटावर्स में आसानी से कर सकते है। और उसके परिणाम की analyses कर सकते हैं। इसलिए मेटावर्स की हमें आवश्यकता है।

क्या मेटावर्स दुनिया को बदल देगा?

मेटावर्स दुनिया ऐसा नहीं है लेकिन कुछ फील्ड में मेटावर्स के आने से काफी बदलाव हो सकते है। खासकर की ऑनलाइन इंटरनेट की दुनिया में।

निष्कर्ष –

दोस्तो मेटावर्स टेक्नोलॉजी एक अलग दुनिया होने वाली है तो सभी लोग इस दुनिया को experience करने के लिए excited है वाकई में काफी इंट्रेस्टिंग होने वाला है अब बस इंतजार है कि कब यह technology आए। दोस्तो आपके क्या विचार है इस metaverse technology के बारे मे comments बॉक्स में जरूर लिखे।

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