इस समय भारत में अगर कोई करियर बूम पर है तो वो है मार्केटिंग का। मार्केटिंग एक ऐसी स्किल है जो अगर आप एक बार सीख जाते हो तो आप इसमें अपना अच्छा करियर बना सकते हो क्यूंकि हर कंपनी बिज़नेस या कोई प्रोडक्ट सर्विस बिना मार्केटिंग के अधूरी होती है। अगर आप में मार्केटिंग की स्किल है तो बड़ी बड़ी कंपनी के साथ वर्क कर सकते हो। तो दोस्तों अगर आप भी मार्केटिंग में करियर बनाने का सोच रहे है तो आज हम आपको यही बताने का प्रयास करेंगे कि आप मार्केटिंग में करियर कैसे बना सकते है और क्या मार्कटिंग का फ्यूचर है ,कितना स्कोप है सभी चीजे डिटेल्स में हम आपको बताने की कोशिश करंगे । जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
मार्केटिंग क्या है?
सबसे पहले ये समझना जरुरी है की आखिर मार्केटिंग क्या है। तो जब आप किसी प्रोडक्ट या सर्विस की विशेषता या उस प्रोडक्ट को इस तरह से प्रमोट करते है। जिससे वो प्रोडक्ट कंज्यूमर को सबसे बढ़िया लगने लगे। इसे ही मार्केटिंग कहते है। मार्केटिंग एक स्किल है जो कंपनी को उनके प्रोडक्ट को ग्राहकों को लुभाने , उनको बिकने में सहायता करती है। किसी भी बड़ी से बड़ी कंपनी के लिए अपनी प्रोडक्ट को मार्केटिंग करना सबसे जरूरी है।
सरल सब्दो में कहे तो मार्केटिंग मतलब किसी प्रोडक्ट या सर्विस को इच्छुक ग्राहकों तक पहुंचना ही मार्केटिंग होती है इसके कई तरीके हो सकते हैं।
मार्केटिंग करने के लिए कौन सी स्किल का होना जरूरी है?
मार्केटिंग के करियर में अच्छा करने के लिए आपके पास अच्छा टीमवर्क स्किल्स, अनुकूलन क्षमता, बढ़ने की योग्यता, गुड पब्लिक स्पीकिंग कॉन्फिडेंस, नए और नवीन विचारों को पिच करने की क्षमता, व्यापारिक जागरुकता, अच्छे संगठन कौशल और बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स और क्रिएटिविटी की स्किल होना बेहद ही जरूरी है। आप में लोगो को अपनी बातो से इम्प्रेस करना आना चाहिए , मुख्य्तः मार्केटिंग में बोलचाल की स्किल काम आती है अगर आपका बोलचाल अच्छा है तो आप किसी को भी कन्वेंस कर सकते हो अपनी बात लोगो के सामने बेहतर तरीके से रख सकते हो।
अब दोस्तों मार्केटिंग एक बहुत बड़ा फील्ड है इसमें करियर बनाने के लिए कई कोर्स उपलब्ध है जिनको करके आप मार्केटिंग सीख सकते हो अपना करियर मार्केटिंग में बना सकते हो।
मार्केटिंग कोर्स करने के लिए एडमिशन कैसे प्राप्त करे?
आपको अगर मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन प्राप्त करना है तो आपको यूनिवर्सिटी लेबल पर एग्जाम देना ही होगा। भारत में कुछ एग्जाम है जो देकर आप मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते है। ऐसे अवस्था में आपको CAT, AIMA MATE, CMAT, GMAT, IBSAT, DU JAT, IPMAT और MICAT जैसे कोर्स के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा। इन सभी एग्जाम को क्लियर करने के बाद ही आप भारत में किसी डिग्री मार्केटिंग कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते है।
मार्केटिंग में करियर कैसे बनाए?
मार्केटिंग में किसी भी तरह के प्रोफाइल में करियर बनाने के लिए आपको मार्केटिंग की बेसिक नॉलेज होना अहम है। अगर आप मार्केटिंग में करियर बनाना चाहते है तो आपको हम कुछ तरीके बताएंगे। जिसके द्वारा आप मार्केटिंग की बेसिक नॉलेज प्राप्त कर सकते है।
● डिप्लोमा कोर्स
आपको अगर हर तरह के मार्केटिंग के बारे में बेसिक में जानना है तो आपके लिए यह डिप्लोमा का कोर्स सबसे बेहतर साबित हो सकता है। डिप्लोमा इन मार्केटिंग का कोर्स 2 साल का होता है। दो साल के डिप्लोमा कोर्स करके आप किसी कंपनी में अप्रैंटिस ट्रेनिंग लेकर अपना मार्केटिंग में करियर बना सकते हो शुरुआत में आपको चीजों को सीखना होगा जब आपको सब चीजे आ जाएगी आपको experience हो जायेगा तब आप बड़ी बड़ी कंपनियों में जॉब कर सकते हो।
● बैचलर्स डिग्री
अगर आप मार्केटिंग के अंदर बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करते है तो उसके बाद मार्केटिंग के अंदर ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करके एक अच्छी सैलरी की नौकरी प्राप्त कर सकते है। बैचलर्स की डिग्री प्राप्त करके आप बेसिक के साथ साथ एडवांस्ड मार्केटिंग के अंदर भी अपनी जानकारी प्राप्त कर सकते है।
● इंटर्नशिप
आपके पास अगर मार्केटिंग की बेसिक जानकारी है तो उसके बाद आप प्रैक्टिकल नॉलेज प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप प्राप्त कर सकते हैं। इंटर्नशिप पर काम करके आप मार्केटिंग का असली अनुभव प्राप्त कर सकते है। आप डिप्लोमा करने के बाद कुछ समय इंटर्नशिप करके experience ले सकते हो।
● मास्टर डिग्री
अगर आपको लग रहा है कि आप मार्केटिंग में मास्टर्स करके अच्छे करियर ऑपर्च्युनिटी के बारे में जानना चाहते है तो आप मास्टर्स की डिग्री लेकर अपने करियर को बेहतर कर सकते है। मास्टर डिग्री पाने के बाद आप अच्छी सेलरी और बड़ी पोस्ट पर जॉब पा सकते हो।
मार्केटिंग कितने प्रकार के होते है?
आज के समय में मार्केटिंग दो प्रकार के होते है, बिजनेस टू बिजनेस (B2B ) और बिजनेस टू कंज्यूमर्स ( B2C) मार्केटिंग हैं।
● बिजनेस टू बिजनेस (B2B)
इस मार्केटिंग के प्रकार में एक बिजनेस दूसरे बिजनेस को टारगेट करती है। इसे ही बिजनेस टू बिजनेस (B2B) मार्केटिंग कहते है। जैसे कोई कंपनी प्रोडक्ट को कस्टमर तक पहुंचाने के लिए दुकानदारों या होलसेलर का उपयोग करती है इस प्रकार का बिज़नेस बी 2 बी होता है इसमें कंपनी या ब्रांड्स डायरेक्ट अपने प्रोडक्ट और सर्विस को कस्टमर को नहीं देती है बल्कि थोक दुकानदारों के माद्यम से कस्टमर तक पहुँचाती है।
● बिजनेस टू कंज्यूमर्स ( B2C)
इस मार्केटिंग के प्रकार में एक बिजनेस कंज्यूमर्स को टारगेट करती है। इसे ही बिजनेस टू कंज्यूमर्स ( B2C) मार्केटिंग कहते है। इस प्रकार के मार्केटिंग में कंपनी और ब्रांड्स डायरेक्ट कस्टमर को टारगेट करती है मतलब बीच में कोई भी दुकानदार या होलसेलर नहीं होता है।
इसके अलावा आज के समय में मार्केटिंग दो प्रकार की है -ट्रेडिशनल मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग –
ट्रेडिशनल मार्केटिंग –
ट्रेडिशनल मार्केटिंग मतलब परम्परागत मार्केटिंग इसमें मार्केटिंग के लिए ट्रेडिशनल माद्यम का उपयोग किया जाता है जैसे – न्यूज़ पेपर ,मैगज़ीन ,पोस्टर ,होल्डिंग बैनर अदि। ये सभी ट्रेडिशनल मार्केटिंग के तरीके है।
ट्रेडिशन और डिजिटल मार्केटिंग में अंतर को समझिये विस्तार से –
डिजिटल मार्केटिंग –
डिजिटल मार्केटिंग को आप ट्रेडिशनल मार्केटिंग का अपग्रेडेड वर्शन समझ सकते हो क्यूंकि जैसे जसे समय बदला वैसे टेक्नोलॉजी भी विकसित हुई और मार्केटिंग के तरीके भी चेंज हो गए पहले न्यूज़ पेपर ,पोस्टर ,होल्डिंग अदि के माद्यम से मार्केटिंग या किसी प्रोडक्ट का प्रचार प्रसार किया जाता था लेकिन अब सब के हाथ में स्मार्ट फ़ोन और इंटरनेट हो चूका है तो अब ऑनलाइन इंटरनेट की मदद से ही किसी भी प्रोडक्ट और सर्विस का प्रमोशन किया जाता है ऐसे ही डिजिटल मार्केटिंग कहा जाता है जब कोई बिजनेस और डेवलपर अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मार्केट करते है तो उसे ही डिजिटल मार्केटिंग कहते है। इस तरह के डिजीटल मार्केटिंग में वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाता है। डिजिटल मार्केटिंग में बिजनेस और डेवलपर अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ads को रन करके अपने प्रोडक्ट को मार्केट करते है।
आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग काफी तेजी से ग्रो होने वाली इंडस्ट्री है और इंडिया में अभी डिजिटल मार्केटिंग अपने शुरूआती दौर में हैं। डिजिटल मार्केटिंग काफी रफ़्तार से ग्रो हो रहा है इसके पीछे कारण है इसके फायदे जो की ट्रेडिशनल मार्केटिंग से काफी ज़्यदा हैं –
डिजिटल मार्केटिंग के फायदे
इस डिजिटल मार्केटिंग के कई फायदे है, जिसके बारे में हमने नीचे बताया हुआ है,
- इस डिजिटल मार्केटिंग की बात करे तो यह पुरानी मार्केटिंग का प्रकार है। डिजिटल मार्केटिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप इस मार्केटिंग के द्वारा अधिक लोगो तक कम समय में पहुंच सकते हो। आप अपने टार्गेटेड लोगो तक आसानी से पहुंच सकते हो example – गूगल ads , फेसबुक ads अदि।
- डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा कंपनी अपने प्रोडक्ट को टारगेट ऑडियंस तक काफी कम समय में पहुंच जाती है।
- यह डिजिटल मार्केटिंग पुराने मार्केटिंग के प्रकार से काफी अलग साबित होता हैं। यह डिजिटल मार्केटिंग सबसे सस्ता मार्केटिंग का प्रकार है।
- इस डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा आप अपने प्रोडक्ट को दुनिया में कही पर भी टारगेट कर सकते है।
- आप डिजिटल मार्केटिंग के द्वारा अपने प्रोडक्ट की ब्रांड वैल्यू को भी आसानी से बढ़ा सकते है।
- आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग सबसे बड़ा ट्रेंडी मार्केटिंग का प्रकार है। आने वाले समय में भी डिजिटल मार्केटिंग सबसे बड़ा मार्केटिंग का प्रकार होने वाला है।
डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार
आप डिजिटल मार्केटिंग को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते है,
● सोशल मीडिया मार्केटिंग
आज के प्रेजेंट टाइम में डिजिटल मार्केटिंग के अंदर सोशल मीडिया मार्केटिंग सबसे बड़ा प्रकार है। आज इंडिया में लगभग 80 करोड़ लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते है। इस सोशल मीडिया मार्केटिंग में आप इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब का इस्तेमाल कर सकते है। आप आज सोशल मीडिया मार्केटिंग के द्वारा अपने टारगेट ऑडियंस के पास आसानी से पहुंच सकते है। आज सबसे बड़ा सोशल मीडिया मार्केटिंग टूल इंस्टाग्राम है। इंस्टाग्राम आज सबसे बड़ा सोशल मार्केटिंग टूल है।
● ऐप्स डिजिटल मार्केटिंग
प्रेजेंट टाइम में कंपनी अपने apps के माध्यम से अपने ब्रांड और सर्विसेज को प्रमोट करती है। यह ऐप को आप गूगल प्लेस्टोर पर सेंड कर सकते है। आज के समय में आप ऐप्स के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग कर सकते है। आज कल छोटी छोटी कंपनी भी अपने प्रोडक्ट को आसानी से डिजिटल मार्केट कर सकती है।
● यूट्यूब डिजिटल मार्केटिंग
यूट्यूब आज सबसे बड़ा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म है। रोज यूट्यूब पर 8 मिलियन से अधिक वीडियो अपलोड किए जाते है। आज यूट्यूब सबसे बड़ा डिजिटल मार्केटिंग के प्लेटफार्म में से एक है। यूट्यूब से आज आप अपने प्रोडक्ट की reach को बढ़ा सकते है। आज के समय में आप अगर यूट्यूब पर वीडियो डालते है तो आप अपनी व्यूज को बढ़ा सकते है। इस माध्यम से आप यूट्यूब पर डिजिटल मार्केटिंग कर सकते है।
● Google Ads
यह सभी ads Google के माध्यम से ही दिखाई देते है। इस तरह के Google Ads के माध्यम से कंपनी काफी अच्छा खासा पैसा कमा सकते है। Google Ads आज डिजिटल मार्केटिंग का सबसे बड़ा प्रकार बन गया है। आज इस Google Ads पर बिजनेस के प्रोडक्ट को मार्केट कर सकते है।
मार्केटिंग में सैलरी कितनी होती है
इस मार्केटिंग में करियर प्राप्त करने के बाद आपको नीचे बताए गए टेबल में हमने नीचे बताए हुआ है, फ्रेशर्स 2.5–7 लाख ,मिड एक्सपेरिएंस्ड- 3.5–10 लाख, एक्सपेरिएंस्ड – 4.5–13 लाख ,करियर एक्सपर्ट्स -5.5–17 लाख तक सेलरी होती है।
निस्कर्ष –
आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको marketing me career kaise banaye उसके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है। अगर आप हमसे इस सब विषय के बारे में कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते हैं।
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हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग GtechHindi का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”