वेब होस्टिंग करने की क्या प्रक्रिया होती है समझाइए

अपने फ़ोन में या tv में  कभी ना कभी hosting के रिलेटेड विज्ञापन जरूर देखे होंगे ,जिसमे होस्टिंग provider compnay बताती है की अगर हम उनसे होस्टिंग buy करिंगे तो वो हमें इतना discount देंगे और साथ में domain name अदि free  में देंगे ,तो बहुत से लोगो को पता नहीं होता है की आखिर ये hosting kya hai ,hosting क्या होती है। तो guys इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है hosting के बारे में सब कुछ जैसे hosting क्या है ,web hosting kya hai ,web hosting कितने प्रकार की होती है ,free hosting kya है ,hosting से रिलेटेड लगभग सभी topic और query के बारे में हमने इस आर्टिकल में बताया है तो दोस्तों अगर आप जानना चाहते हो hosting kya होती है web hosting के बारे में तो यह आर्टिकल ध्यान से और पूरा जरूर पड़े।

होस्टिंग क्या है (what is hosting in hindi ) :-

internet पर जो भी data or file होती है जिसे हम online internet की मदद से access कर पाते है वह data और file जहाँ स्टोर होता है उसे कहते हैं data server .अब जब हम अपनी कोई website or application बनाते हैं तो उसके डाटा को store करने के लिए हमें जरुरत होती है एक data server की अब जहाँ से हम अपने वेबसाइट के लिए data server खरीदते है उसे हम web hosting कहते हैं। वेब होस्टिंग  एक प्रकार का   “data storage ” होता है जहाँ पर आप अपनी बहुत सारी file or data तो store रख सके  हैं और जब चाहे तब उसे कोई भी वयक्ति online internet की मदद से access कर सके।

अब दोस्तों आप सोच रहे होंगे अपने data or file को storage के लिए तो हम अपने computer का इस्तेमाल भी कर सकते हैं कम्प्यूटर को एक server की तरह use कर  सकते है “हाँ “बिलकुल कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको  अपने कंप्यूटर को 24 घंटे इंटरनेट से कनेक्ट करके रखना होगा इसके लिए आपको 24 घंटे बिजली की आवश्यकता भी होगी ताकि आपका कंप्यूटर हर समय चालू रहे, ऐसा करना आपके लिए काफी महंगा पड़ सकता है इसके लिए बहुत सारी कंपनियां होती है उनके पास उनके डाटा सर्वर होते हैं एक पूरा सिस्टम होता है जो अपने सर्वर  आपको किराये पर देते है जिसे हम होस्टिंग हैं।

वेब होस्टिंग क्या है ( what is web hosting in hindi ) :-

अब समझ गए होंगे की होस्टिंग क्या होती है अब समझते हैं की वेब होस्टिंग क्या होती है। web hosting में web का मतलब  internet or computer से है web hosting का मतलब है की internet और computer का जो data or file  है उसको किसी web server पर  स्टोर करना ,जहाँ से उसे कोई भी anytime access कर सकता हो।

web server क्या होता है –

server एक तरह का computer system होता है जो data or file को store रखता है और दूसरे कंप्यूटर को इंटरनेट और network के माध्यम से data or file  transfer करता है। अब web hosting को आसान भाषा में समझने की कोशिस करते है दोस्तों मान लीजिये अपने एक वेबसाइट बनाई अपने उस पर content or data  भी डाल दिया ,अब आपको जरुरत पड़ेगी एक होस्टिंग server की जहाँ आप अपनी वेबसाइट का पूरा डाटा स्टोर कर सके और internet network की मदद से दूसरे लोग उसे आसानी से access कर सके। अब सर्वर कहाँ से लायेंगे इसके लिए दो ऑप्शन है

एक आप  यह सर्वर आप अपने computer पर भी बना सकते है इसके लिए आपको अपने कंप्यूटर को 24 *7  उसे चालू और internet से connect रखना पड़ेगा ताकि जब की कोई आपकी वेबसाइट से कुछ इनफार्मेशन लेना चाहे तो वह आपके computer server पर visit कर सके ,अपने computer पर host करना सही नहीं होगा इसके लिए आपको 24 hours अपने computers को बिजली और internet से connect करके रखना पड़ेगा।

दूसरा option है hosting provider company से आप होस्टिंग खरीद लो । दोस्तों बहुत सारी होस्टिंग कंपनियां होती है जिनके पास उनके अपने सर्वर होते है वहां से हम अपनी वेबसाइट के लिए वेब होस्टिंग ले सकते है इसके लिए हमें उन्हें कुछ amount pay करना होता है इसके बाद हम अपनी  को उनके server पर होस्ट कर सकते है और अपनी वेबसाइट को 24 hours चालू रख सकते हैं। अब बहुत सारे लोगो का सवाल  की hosting ka kya kam hai  होस्टिंग का क्या काम होता है तो guys होस्टिंग काम बस इतना होता है की हमारी वेबसाइट का जो डाटा है उसको स्टोर करके रखना और 24 घंटे उसे इंटरनेट से connect करके रखना ताकि जब कोई user हमारी website पर आये  तो वह उस डाटा को एक्सेस कर सके।

hosting kya hai

वेब होस्टिंग कैसे काम करता है?

हम लोग जब भी कोई वेबसाइट बनाते है हम यह चाहते है कि हम उस वेबसाइट के माध्यम से लोगो को अपने द्वारा कुछ ज्ञान या इन्फॉर्मेशन शेयर करे, जो लोगो के लिए सहायक हो। लेकिन उसके लिए आपको पहले अपने फाइल्स को वेब होस्टिंग पर अपलोड करना होता है। अगर आपके पास वेब होस्टिंग होती है तो उसके बाद अगर कोई भी इंटरनेट यूजर अपने वेब ब्राउजर के माध्यम से आपके वेबसाइट का डोमेन नेम टाइप करता है तो इंटरनेट आपके डोमेन नेम को उस वेब सर्वर के साथ जोड़ देता है।

वेब सर्वर वो जगह होती है जहां पर वेबसाइट का फाइल्स को स्टोर करने का काम करता है। जब वेबसाइट वेबसर्वर के द्वारा जुड़ जाती है तो कोई भी यूजर जरूरत के हिसाब से आपके वेबसाइट का कोई भी पेज देख पाने में सक्षम होता है और उसके अनुरूप ही जानकारी प्राप्त करता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि domain name को होस्टिंग के माध्यम से जोड़ने के लिए आपको DNS (Domain Name System) का इस्तेमाल करना होता है। इसके माध्यम से ही लोगो को यह जानकारी प्राप्त होती है कि आपके डोमेन को यह कैसे पता चलता है कि यह आपका वेबसाइट कौन से वेब सर्वर में रखा गया है।

वेब होस्टिंग कहा से खरीदे?

इस समय दुनिया में बहुत सी कंपनी है जो आपको बेहतर से बेहतर वेब होस्टिंग की सुविधा प्रदान करती है। अगर आप मुख्य रूप से चाहते है कि आपकी वेबसाइट केवल भारत के लोगो के लिए ही मौजूद हो, तो आप इंडिया से होस्टिंग लेने का सोच सकते है। आपकी होस्टिंग सर्वर का देश जितना दूर है आपको उसके आधार पर वेबसाइट को एक्सेस करने में टाइम लगता है।

अगर आप भारत के जितने भी वेब होस्टिंग के वेब होस्ट को खरीदना चाहते है तो उसके लिए आपको क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं होती है। आप भारत के वेब होस्टिंग को डेबिट कार्ड या इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से खरीद सकते है। जब आप एक बार किसी कंपनी का वेब होस्टिंग ले लेते है तो आप आसानी से उसे अपने वेबसाइट के डोमेन नेम के साथ जोड़ सकते है। अगर आप भारत के कुछ अच्छे वेब होस्टिंग प्लेटफार्म के बारे में जानना चाहते है तो आप गूगल पर जाकर Hostgator India, GoDaddy, BlueHost और BigRock को सर्च कर सकते है और उनके बारे में जान सकते है।

आपको कौन सी कंपनी का होस्टिंग खरीदना चाहिए?

आप अपने जरूरत के आधार पर वेब होस्टिंग खरीद सकते है। आपके पास बहुत सारे विकल्प है लेकिन अगर आप एक बेहतर वेब होस्टिंग प्लेटफार्म के बारे में जानना चाहते है तो आप वेब होस्टिंग का सब्सक्रिप्शन लेने से पहले होस्टिंग के बारे में बहुत कुछ जानना होगा।

Disk Space

अगर आप जानना चाहते है कि यह Disk Space क्या होता है? तो उसके लिए आपको होस्टिंग की Disk Space मतलब उसके स्टोरेज कैपेसिटी के बारे में जानना चाहिए। मान लीजिए आपके कंप्यूटर का स्टोर के नाम पर आपको 1 TB और 500 GB का स्टोरेज प्राप्त होता है। इसी तरह होस्टिंग प्लेटफार्म में भी आपको स्टोरेज स्पेस प्रदान किया जाता है। हम आपको यही सुझाव देंगे कि आपको unlimited disk space वाला होस्टिंग खरीदना चाहिए। इससे आपको आगे आने वाले समय में भी डिस्क स्पेस भरने की कोई समस्या नही आयेगी।

Bandwidth

अगर आपको Bandwidth के बारे में जानना चाहते है तो आपको बता दे कि आपकी वेबसाइट एक सेकंड में कितना data access कर पाने में सफल होती है उसे ही Bandwidth के नाम से जाना जाता है। जब भी कोई व्यक्ति आपके वेबसाइट को एक्सेस करता है तो आपको सर्वर के द्वारा कुछ डाटा का इस्तेमाल करके वो यूजर को इनफॉर्मेशन शेयर करता है। अगर आपके वेब होस्टिंग का bandwidth कम होता है तो आपके वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा visitor एक्सेस कर पाते है जिसके चलते काफी बार आपकी वेबसाइट भी डाउन हो जाती है।

UpTime

आपकी वेबसाइट जितने भी टाइम ऑनलाइन या इंटरनेट पर मौजूद होती है उसे ही वेब होस्टिंग का uptime माना जाता है। काफी बार कई तरह की समस्या के चलते आपकी वेबसाइट डाउन हो जाती है। उसे Downtime के नाम से जाना जाता है। आज के समय में वैसे हर वेब होस्टिंग की कंपनी 99.99% अपटाइम की गारंटी प्रदान करता है।

Customer Service

ऐसे तो हर होस्टिंग कम्पनी इस तरह की गारंटी प्रदान करता है कि वो 24×7 घंटो की कस्टमर सर्विस प्रदान करता है बेहद ही कम वेब होस्टिंग ऐसा असलियत में कर पाने सफल होती है। जिसके चलते आपको ऐसे वेबहोस्टिंग प्लेटफार्म को लेना चाहिए जो आपको 24 घंटे, सातों दिन की कस्टमर सर्विस प्रदान करे।

वेब होस्टिंग कितने प्रकार की होती है (types of web hosting in hindi ) :-

वेब होस्टिंग को हम दो भागो में divided कर सकते है  (1) free web hosting (2) paid web hosting

(1) Free web hosting – फ्री वेब होस्टिंग क्या होती है जैसा की दोस्तों नाम से ही पता चल रहा है फ्री मतलब इस प्रकार की होस्टिंग के लिए आपको कोई भी charge pay नहीं करना होता है। free web hosting में आप free में अपनी web site बना सकते है बहुत सारी कंपनियां होती है जो आपको फ्री hosting देती है example – blogger ,wordpress अदि।

(2) paid web hosting – इस प्रकार की hosting के लिए आपको charge pay करना होता है। free or paid hosting में फर्क इतना होता है की free hosting में आप अपनी web site को अपने अनुसार customisation नहीं कर सकते हो free web hosting में आपको limited ऑप्शन मिलते हैं। paid web hosting में आप अपने अनुसार अपनी वेब site को customize कर सकते हो ,आपका अपनी web site पर पूरा कण्ट्रोल रहता है।

दोस्तों web hosting भी अलग-अलग प्रकार की होती है मुख्य तय उपयोग की जाने वाली  hosting के प्रकार निम्नलिखित है –

Shared web hosting ( शेयर्ड वेब होस्टिंग इन हिंदी ):-

दोस्तों shared web hosting में जो वेब server होता है वह shared रहता है अलग -अलग customers के साथ मतलब एक web server उस पर अलग -अलग बहुत सारी वेबसाइट host की जाती है इसे शेयर्ड होस्टिंग कहते हैं। shared होस्टिंग बाकि होस्टिंग की अपेक्षा सस्ती होती है इसका कारण यह है क्यूंकि एक ही server पर बहुत सारी वेबसाइट hosted रहती है। shared web hosting में सबसे बड़ी दिक्क्त यह होती है अगर किसी users की साइट rank कर जाती है और ज़्यदा  traffic आता जाता है तो ऐसे में server पर load बढ़ जाता है और server down हो जाता है। shared hosting उन website के लिए उपयोगी है जिन पर monthly traffic 25k -30 k तक रहता है।

shared hosting advantage ( शेयर्ड होस्टिंग के फायदे )-

  • किफ़ायती – shared hosting plans  केवल $1/mo . से शुरू होती हैं
  • किसी विशिष्ट तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है
  • आउट-ऑफ़-द-बॉक्स मूल वेबसाइट प्रबंधन सुविधाएँ
  • पूर्व-कॉन्फ़िगर सर्वर वातावरण
  • प्रबंधित सर्वर प्रशासन और रखरखाव

shared hosting disadvantage (शेयर्ड होस्टिंग के नुकसान )-

  • अक्सर केवल कुछ प्रोग्रामिंग भाषाओं जैसे HTML और PHP को support करती हैं।
  • बैंडविड्थ सीमा – जब आप एक निश्चित ट्रैफ़िक सीमा से अधिक हो जाते हैं तो आपको अधिक भुगतान करना पड़ता है।
  • सीमित storage और upgrade करना काफी महंगा पड़ता है।
  • अन्य वेबसाइटों पर ट्रैफ़िक बढ़ने से आपकी वेबसाइट प्रभावित हो सकती है।
shared hosting
shared hosting

Reseller web hosting (रिसेलर वेब होस्टिंग इन हिंदी ) :-

दोस्तों जैसा की नाम से ही पता चल रहा है resell मतलब दुबारा sell कर सकते हो ,reseller web hosting में आप होस्टिंग खरीदकर उसे दुबारा किसी और को बेच सकते हो और अपना मुनाफा भी कमा सकते हो।

reseller web hosting advantage (रिसेलर वेब होस्टिंग के फायदे )-

  • cost में ज़्यदा महंगा नहीं होता है।
  • loss नहीं होता है आप होस्टिंग को दुबारा resell कर सकते हो।
  • आसानी से वेबसाइट को handle कर सकता है।
  • अधिक features ,other hosting के मुकाबले।

reseller web hosting disadvantage (रिसेलर वेब होस्टिंग के नुकसान )-

  • आपको original web hosting company पर निर्भर रहना पड़ता है।
  • आपको customer के लिए फुल टाइम देना पड़ता है।
  • server पर limited access होता है।

Virtual dedicated web server(वर्चुअल डेडिकेटेड वेब सर्वर्स इन हिंदी ):-

इसे  VPS (virtual private server ) भी कहते है यह भी लगभग shared hosting की तरह होता है। VPS में एक power full server के अंदर अलग -अलग virtual server बनाये जाते है इसमें customers को एक VPS दिया जाता है। इसमें फायदा यह होता है आपको एक separate server दिया जाता है अब आप उसे use करो या नहीं इससे दूसरे users को कोई फर्क नहीं पड़ता है।

virtual private server hosting advantage (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर होस्टिंग के फायदे )-

  • अलग  server space
  • Stability and scalability
  • Root access to the server
  • किसी भी software को install कर सकते हो
  • सस्ता होता है dedicated server के मुकाबले

virtual private server hosting disadvantage (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर होस्टिंग के नुकसान )-

  • सॉफ़्टवेयर और servers सुरक्षा की  ज़िम्मेदारी आपकी होती है।
  • स्थापना / प्रबंधन के लिए तकनीकी कौशल की आवश्यकता है
  • कॉन्फ़िगरेशन और नियंत्रण सीमा है
VPS hosting in hindi
VPS hosting

Dedicated host server ( डेडिकेटेड वेब सर्वर )-

dedicated server में एक पूरा सर्वर का access  आपको दिया जाता है जिसका पूरा कण्ट्रोल आपके पास होता  आप अपने अनुसार server को manage कर सकते हो। इसमें server security और maintenance की पूरी जिम्मेदारी आपकी होती है यह होस्टिंग काफी महंगी होती है क्यूंकि इसमें server पर आपका fully control होता है।

dedicated host servers advantage  ( डेडिकेटेड होस्ट सर्वर के फायदे )-

  • होस्टिंग सर्वर आपका पूरा  नियंत्रण होता है।
  • संसाधनों की उपलब्धता की गारंटी।
  • बेहतर गोपनीयता और सुरक्षा।
  • स्थिर और अनुमानित वेबसाइट प्रदर्शन।

dedicated host servers disadvantage  ( डेडिकेटेड होस्ट सर्वर के नुकसान )-

  • ज़्यदा कीमत -सबसे महंगी प्रकार की वेब होस्टिंग होती है।
  • प्रबंधन के लिए तकनीकी संसाधनों की आवश्यकता है।
  • server की नियमित रख रखाव की आवस्यकता होती है।

Cloud hosting ( क्लाउड होस्टिंग क्या है इन हिंदी ):-

cloud hosting आपको एक से अधिक server दिए जाते है जो आपकी वेबसाइट के लोड को आसानी से मैनेज करते हैं। for example – अगर आपकी साइट पर अचानक ज़्यदा traffic आता है तो ये दूसरे सर्वर के साथ शेयर कर देता है जिससे आपके वेबसाइट का लोड मैनेज हो जाता है। cloud hosting सबसे ज़्यदा विश्वसनीय होती है।

cloud hosting advantage (क्लाउड होस्टिंग के फायदे )-

  • वेबसाइट का डाउनटाइम कम होता है।
  • website की स्पीड काफी अच्छी रहती है।
  • भुगतान-प्रति-उपयोग मूल्य निर्धारण।
  • मापनीयता और अनुकूलन।

cloud hosting disadvantage (क्लाउड होस्टिंग के नुकसान )-

  • सीमित अनुकूलन (सीएसपी और क्लाउड प्रकार पर निर्भर करता है)
  • साझा सुरक्षा जिम्मेदारियां।
  • क्लाउड विशेषज्ञता की आवश्यकता।

WordPress hosting (वर्डप्रेस होस्टिंग ),wordpress hosting kya hai :-

वर्डप्रेस सबसे पॉपुलर content management system है wordpress hosting किसी वेबसाइट को बनाने के लिए पहले से pre-configured रहती है वर्डप्रेस होस्टिंग का उपयोग आमतौर पर अच्छी website speed ,easy wordpress install और website को secure   के लिए किया जाता है।

google cloud hosting kya hai (गूगल क्लाउड होस्टिंग क्या है ):-

google cloud hosting वेबसाइट और apps को बनाने के लिए होस्टिंग और बुनियादी सेवाएं उपलब्ध करवाता है। google क्लाउड होस्टिंग सबसे अच्छी ,सुरक्षित और विश्वसनीय मानी जाती है। हालाँकि यह दूसरे होस्टिंग के मुकाबले महंगी होती है।

हमें किस तरह की वेब होस्टिंग लेनी चाहिए अपनी वेबसाइट के लिए?

यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता है कि आपकी वेबसाइट कितनी बड़ी है और उसमें कितना ट्रैफिक आता है। अगर आपने नई वेबसाइट ही शुरू की है तो आप shared hosting ही लेनी चाहिए। आपको सबसे पहले ज़्यादा खिफायती वेब होस्टिंग को लेना चाहिए।

वेब होस्टिंग करने की प्रक्रिया क्या है

दोस्तों चलिए जानते हैं वेबसाइट को कैसे किसी भी होस्टिंग पर होस्ट करते हैं? दोस्तों इस प्रोसेस में सबसे पहला स्टेप होता है कि आपको डिसाइड करना है कि आप किस प्रकार की वेबसाइट बनाना चाहते हैं normally वेबसाइट दो प्रकार की होती है 1) स्टैटिक और बेसिक वेबसाइट कहते हैं इस प्रकार की वेबसाइट एक सिंगल पेज वेबसाइट होती है इसमें ज्यादा वेबपेज नहीं होते हैं मतलब ज्यादातर कांटेक्ट आपको एक पेज के अंदर ही मिल जाता है। बिजनेस टाइप की जो भी वेबसाइट होती है वहां statics और बेसिक टाइप की वेबसाइट होती है।

वेबसाइट दूसरा टाइप होता है डायनेमिक वेबसाइट इस प्रकार की वेबसाइट पर अलग-अलग वेबपेज होते हैं अलग-अलग कांटेक्ट हो सकता है । सभी ब्लॉग्स वेबसाइट डायनेमिक टाइप की वेबसाइट होती है। दोस्तों सबसे पहले आपको एक वेबसाइट बनाने से पहले आपको यह कंफर्म करना है कि आप किस प्रकार की वेबसाइट बनाना चाहते हैं अगर आपको अपने बिजनेस के लिए बनाना है तो आपको सिंगल पेज वेबसाइट की जरूरत होगी अगर आप ब्लॉग्स या फिर किसी प्रकार की सर्विस देना चाहते हैं तो आप blog टाइप डायनेमिक वेबसाइट बना सकते हैं।

Step 2 – दूसरा step है होस्टिंग सर्वर लेने का। होस्टिंग क्या होती है होस्टिंग कितने प्रकार की होती है यह हम पहले ही आपको समझा चुके हैं तो दोस्तों किसी भी वेबसाइट को बनाने से पहले आपको जरूरत होती है एक डोमेन नेम और एक वेब होस्टिंग की। आपको बहुत सारे हुए होस्टिंग प्रोवाइडर मिल जाएंगे जो आपको आपके बिजनेस के अनुसार आपको होस्टिंग प्रोवाइड करवा देंगे तो दोस्तों होस्टिंग और डोमेन नेम आप किसी भी कंपनी से खरीद सकते हो। कुछ पॉपुलर डोमेन नेम और होस्टिंग प्रोवाइडर कंपनियों के नाम- godaddy, hostgator, hostinger, bigrock,namechecp,Google web hosting etc.

हमारा सुझाव है अगर आप कोई बिज़नेस या ब्लॉग वेबसाइट बनाना चाहते हो तो सबसे सस्ता है और अच्छी होस्टिंग hostinger की आप ले सकते हो आज के समय में यह almost सभी ब्लॉगर recommend करते है इस होस्टिंग का प्लान काफी सस्ता है और इनकी सर्विस भी काफी अच्छी है। 1 हजार से 2 हजार रूपए में आपको hostinger से होस्टिंग और डोमेन नाम मिल जायेगा hostinger से hosting खरीदने के लिए buy now par क्लिक करें – hosting…. buy now

Step 3 – buy know पर क्लिक करने के बाद आपको होस्टिंग को खरीदना है काफी आसान प्रोसेस है नीचे वीडियो में स्टेप -बय स्टेप बताया गया है – होस्टिंग ख़रीदलेने के बाद आपको wordpress को इस्टॉल करना है और सेटअप करना होता है बस आपकी वेबसाइट बनकर तैयार -वीडियो देखे –

दोस्तों आप फ्री में भी अपना ब्लॉग और वेबसाइट बना सकते हो जी हां दोस्तों बिना होस्टिंग और बिना डोमेन नेम खरीदें आप किसी भी प्रकार की वेबसाइट फ्री में बना सकते हो। कई सारी कंपनियां है जो आपको फ्री में web होस्टिंग प्रोवाइड करवा देती है। वेब होस्टिंग के साथ आपको सब डोमेन नेम आपको फ्री में मिल जाता है। अगर आप फ्री में अपनी वेबसाइट बनाना चाहते हो तो दोस्तों सबसे पॉपुलर प्लेटफॉर्म है गूगल का ब्लॉगर। ब्लॉगर पर आप फ्री में अपनी वेबसाइट बना सकते हो यह गूगल का प्रोडक्ट है और काफी अच्छी वेब होस्टिंग आपको गूगल की तरफ से मिल जाती है।

3 step – वेब होस्टिंग और डोमेन नेम खरीदने के बाद दोस्तों अब आता है आपका तीसरा स्टेप। इस स्टेप में दोस्तों आपको अगले डोमेन नेम को अपनी वेवहोस्टिंग से कनेक्ट करना होता है इसके लिए सिंपली आपको अपने डोमेन नेम के वेब सर्वर में अपनी होस्टिंग का वेब सर्वर अपडेट करना होता है। इसके बाद आपका डोमेन नेम आपकी होस्टिंग से कनेक्ट हो जाता है।

4) इसके बाद दोस्तों आपको अपनी वेबसाइट को अपलोड करना होता है । वेबसाइट को कैसे होस्ट करते हैं इससे से रिलेटेड आपको काफी सारे वीडियो यूट्यूब पर मिल जयिंगे।

so guys उम्मीद है आपको hosting kya है ,hosting कितने प्रकार की होती है समझ आ गया होगा। दोस्तों आर्टिकल कैसा लगा आपको comment box में अपनी प्रतिकिर्या जरूर दे। आपका कोई भी सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर टाइप करें। या contact us page जाकर डायरेक्ट हमें मेल करके हमसे जुड़ सकते हो।

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2 thoughts on “वेब होस्टिंग करने की क्या प्रक्रिया होती है समझाइए”

  1. Great article/post! I found it informative and well-written. The insights you shared really interesting. I recently wrote a related article on my website. Web Hosting Kya Hai

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