दोस्तों हर किसी ऑटोमोबाइल व्हीकल में engine का उपयोग किया जाता है चाहे बाइक हो कार और ट्रक हो या बस या कोई एरोप्लेन उसमें भी इंजन का उपयोग किया जाता है engine से ही व्हीकल को पावर मिलती है और विकल एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट कर पाता है तो कभी आपके दिमाग में भी एक सवाल जरूर आया होगा कि आखिर इंजन कैसे बनता है ,उसका वर्किंग कैसे कैसे होता है यहां तो ज्यादातर लोग जानते हैं लेकिन engine कैसे बनता है यह कम ही लोग जानते है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि इंजन कैसे बनता है तो अगर आप भी जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़े?
इंजन कैसे बनता है जानिए पूरी प्रकिर्या
दोस्तों एक संपूर्ण engine को तैयार करने के लिए हमें जरूरत होती है इंजन ब्लॉक इंजन हेड और उसके असेंबली पार्ट्स के तो सबसे पहले इंजन हेड और ब्लॉक की कास्टिंग की जाती है। कास्टिंग एक process होती है जिसमें लोहे या अन्य किसी मैट्रियल को पिघलाकर उसे सांचे में रखकर एक डिजाइन के अनुसार उसे तैयार किया जाता है इसे कास्टिंग कहा जाता है । कास्टिंग में केवल एक ढांचा तैयार किया जाता है ऐसे रॉ मेटेरियल भी कहते है।
अब दोस्तों कास्टिंग तैयार होने के बाद इंजन हेड और ब्लॉक को engine मशीनिंग के लिए भेजा जाता है मशीनिंग शॉप में इसको मशीनिंग किया जाता है यहां इस पर milling, ड्रिलिंग,टैपिंग आदि ऑपरेशन किए जाते हैं।
मशीनिंग में हेड और ब्लॉक की सबसे पहले rough milling और फिनिश मिलिंग की जाती है milling करने के बाद इसके जरूरी हॉल में ड्रिलिंग की जाती है और ड्रिलिंग करने के बाद इसके हॉल में टाइपिंग की जाती है । इसके बाद engine के ब्लॉक में सिलेंडर बोर को तैयार किया जाता है ।engine machining एक पूरी प्रोसेस होती है जिसमें स्टेप बाय स्टेप सभी ऑपरेशन किए जाते हैं।
इंजन मशीनिंग पूरी होने के बादengine हेड और ब्लॉक को असेंबली भेजा जाता है। असेंबली में engine में अलग parts और नट बोल्ट को जोड़ा जाता है।
इंजन असेंबली में सबसे पहले engine में crankshaft cylinder बोर में पिस्टन डाले जाते हैं उसके बाद इनकी असेंबली की जाती है। engine असेंबली में इंजन के सभी जरूरी छोटे से बड़े parts जोड़े जाते हैं इसके बाद engine को टेस्टिंग के लिए भेजा जाता है टेस्टिंग में engine की टेस्टिंग की जाती है और उसके बाद इंजन को लाइन पर भेजा जाता है।
engine टेस्टिंग से पास होने के बाद इंजन गाड़ी में लगाने के लिए तैयार हो जाता है इसके बाद engine को चेचिस असेंबली में भेजा जाता है जहां गाड़ी में इसे फिट किया जाता है और उसके बाद गाड़ी पास होने के बाद मार्केट में बेची जाती है।
दोस्तों आर्टिकल के माध्यम से engine कैसे बनता है यह समझाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि आर्टिकल में आप उस चीज को नहीं समझ सकते हो यदि आप किसी कंपनी में जाओगे वहां आप देखकर समझ जाओगे कि कैसे कैसे पूरा engine बनता है तो अगर आपके आसपास कोई ऑटोमोबाइल कंपनी है तो जरूर एक बार उस कंपनी के अंदर विजिट करें आप आसानी से समझ जाएंगे की इंजन कैसे कैसे बनता है? इस आर्टिकल में हमने मोटा माटी आपको उसे समझाने की कोशिश किया है।
इंजन और ऑटोमोबाइल से रिलेटेड अगर आपके कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें हम आपके सवालों के जवाब जरूर आपको देने की कोशिश करेंगे। हमें उम्मीद है आपको यह आर्टिकल जरूर इन्फ्रोमैटिवे लगा होगा है अपने कमेंट और सुझाव नीचे दिए गए comment box में जरूर लिखे।
यह भी जरूर पढ़े – ऑटोमोबाइल थ्योरी इन हिंदी ,जानिए ऑटोमोबाइल की बेसिक नॉलेज
इलेक्ट्रिक स्कूटर vs पेट्रोल स्कूटर जानिए कौन सा ख़रीदे
- डीजल इंजन और पेट्रोल इंजन में क्या अंतर है Difference between petrol engine vs diesel engine
- mahindra maxx passenger टैक्सी डिटेल्स (king of mountain)
- tata punch car details कीमत , माइलेज और क्या है इसमें खास
- padmini car की भारत की मशहूर कार क्या थी इसकी खासियत जानिए
- पेट्रोल इंजन किस सिद्धांत पर कार्य करता है petrol engine की कार्यप्रणाली
- फोर स्ट्रोक डीजल इंजन की कार्यप्रणाली four Stroke कैसे कार्य करता है जानिए
हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग GtechHindi का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”