दुनिया के 10 सबसे कम जनसंख्या वाला देश- आबादी UP जितनी

भारत आज़ विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने के बेहद ही करीब है। आने वाले 1 से 2 साल में भारत विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। ऐसी स्थिति में हमारे लिए बढ़ती हुई जनसंख्या काफी परेशानी लेकर आती है।

इसके विपरित विश्व में कई सारे ऐसे भी देश है जिनकी जनसंख्या भारत के 0.01 प्रतिशत आबादी से भी कम है। विश्व में एक ऐसा देश है जिसकी आबादी केवल 500 लोगो के करीब है। ऐसे देश मे भी हमारे ग्लोब में मौजूद है। अगर आप भी जानना चाहते है कि सबसे कम जनसंख्या वाले 10 देश कौन से है? तो आपको इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ना चाहिए। सबसे कम जनसख्या वाले देशो के बारे जानकारी के साथ हम कुछ फैक्ट भी इन देशो के बारे में आपके साथ शेयर करने वाले है तो बने रहे हमारे साथ –

दुनिया में सबसे कम जनसंख्या वाले top 10 देश,sabse kam jansankhya vala desh kaun hai .

देशों की जनसंख्या कम होने का कारण

आप सोचते होंगे कि ऐसा क्यों है कि इन देशों की जनसंख्या इतनी कम है? तो उसके भी कई कारण है, जिसके बारे में हम यहां पर चर्चा करेंगे।

● कम एरिया का होना

सबसे बड़ा कारण यह है कि इन देशों का पूरा एरिया काफी कम होता है। जिसके कारण से फिर वहा पर काफी कम लोग ही रह पाते है।

● आइलैंड होना

अधिकांश देखा जाता है कि जनसंख्या उन देशों की कम होती है। जो खुद एक आइलैंड हो। आइलैंड का भी एरिया अधिक नही होता है। साथ ही साथ यह देश भी चारो तरफ से पानी से गिरे हुए रहते है। इसी कारण से इन देशों में भी कम लोग रहते है।यह दो मुख्य कारण है , जिसकी वजह से देशों की जनसंख्या काफी कम होती है। अगर आप भी जानना चाहते है कि 10 सबसे कम जनसंख्या वाले देश कौन से है? तो आपको नीचे दिए गए सेक्शन को पढ़ना चाहिए।

टॉप 10 दुनिया के सबसे कम जनसंख्या वाले देश

1. वेटिकन सिटी ( Vatican City)- Population 510

यह वेटिकन सिटी विश्व का सबसे छोटा देश है। चाहे फिर हम उसे साइज से नापे या फिर पॉपुलेशन से। साइज से बात करे तो यह देश 109 acres का है। वही जनसंख्या की बात करे तो यह 510 है। इस देश में आकर हजारों लोग काम करते है। कई सारे लोग रोज घूमने आते है। लेकिन देश की अपनी जनसंख्या 510 ही है। वेटिकन सिटी चारो तरफ से एक दीवार से घिरा हुआ है। यह देश इटली के Rome शहर के अंदर है। चाहे यह देश काफी छोटा है। लेकिन ग्लोबल स्टेज पर यह देश काफी अहम है क्योंकि यह देश सेंटर ऑफ रोमन कैथोलिक चर्च माना जाता है। इस समय Pope का भी रेजिडेंस वेटिकन सिटी के अंदर ही है।

वेटिकन सिटी अपने sculptures और murals जैसे St. Peter’s Basilica और Sistine Chapel के लिए भी माना जाता है। Vatican City का museum में भी art, artifacts, and historical documents रखे हुए है। इसी कारण से UNESCO Vatican City को world heritage site भी मानता है। इस देश की भाषा की बात करे तो यहां मुख्य तौर पर बिजनेस या अन्य काम करने के लिए italian का इस्तेमाल किया जाता है। वही कोई कल्चरल इवेंट के लिए रोमन का भी इस्तेमाल किया जाता है।

2. तुवालू ( Tuvalu)- Population 11,332

Tuvalu प्रशांत महासागर में 9 छोटे छोटे आइलैंड से मिलकर बना एक देश है। इस कंट्री का साइज हवाई और ऑस्ट्रेलिया के बीच की दूरी का भी आधा माना जाता है। ग्लोबल तौर पर इस देश की लोकेशन की बात करे तो यह चारो तरफ से प्रशांत महासागर के बीच में मौजूद है। Tuvalu को विश्व का सबसे दूर में स्थित देश माना जाता है।

इस Tuvalu देश के लैंड एरिया की बात करे तो यह केवल 10 एकड़ का ही है। वही लैंड एरिया भी sea level से थोड़ा ही ऊपर है। इसी के कारण बढ़ती हुई ग्लोबल वार्मिंग और sea level का बढ़ना इस देश के लिए आने वाले समय में बड़ी परेशानी बन सकती है। इस देश की एक बड़ी चुनौती यह भी है कि देश अपना खुद का कोई भी क्रॉप नही उगाता है। इस देश में sea food की भरमार है लेकिन एक अच्छे well rounded diet खाने के लिए उन्हें चीजे अन्य देशों से इंपोर्ट करनी होती है। जो काफी महंगा पड़ता है। देश के प्राथमिक व्यापार की बात करे तो मुख्य तौर पर देश फिशिंग राइट को बेचकर पैसा कमाता है।

जैसे प्रशांत महासागर के अन्य आइलैंड को भी european द्वारा ही बसाया गया था। इसी तरह Tuvalu देश को भी european के द्वारा ही बसाया गया है। यहां पर सबसे पहले spanish लोग आए थे। British लोगो ने इस Tuvalu देश पर 1978 तक कब्जा किया है। लेकिन आज भी उसे ब्रिटिश सत्ता का ही एक हिस्सा माना जाता है। यह देश छोटा है लेकिन उन्होंने अभी तक अपनी भाषा, म्यूजिक, ट्रेडेशनल वैल्यू को बचाकर रखा हुआ है।

3. नाउरू ( Nauru)- Population 12,688

Nauru भी Tuvalu भी प्रशांत महासागर का एक आइलैंड देश है। इस देश की जनसंख्या केवल 12,688 है। Nauru आइलैंड की सबसे खास बात यह है कि इस देश में सबसे कम लोग टूरिस्ट बनकर आते है। इतना अकेला रहने के बावजूद भी काफी देशों ने इस देश पर कब्जा करने की कोशिश की है। सबसे पहले जर्मन लोगो ने देश पर कब्जा किया लेकिन उसके बावजूद यह लंबे समय तक टिक नही पाए। जिसके बाद जापानी लोगों ने इस देश पर कब्जा किया। उसके बाद अब इस देश पर U.K, Australia और New Zealand जैसे देश इसे अपना मानते है।

देखा जाए तो यह Nauru के लिए भी अच्छा है कि इतना छोटा देश होने के बावजूद काफी देश इसे अपना बनाना चाहते है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि Nauru के पास phosphate का भरमार है। यह Phosphate एक जरूरी एलिमेंट है जो इंडस्ट्री में इस्तेमाल किया जाता है। इसी कारण से 19 सेंचुरी के बीच में यह देश छोटे होने के बावजूद काफी अमीर था। लेकिन जैसे ही इस देश का phosphate भंडार खत्म हुआ है। देशों ने इसे अकेला छोड़ दिया है। आज इस देश की हालत काफी खराब है।

Nauru को साल 1968 में आजादी प्राप्त हुई है। इस समय भी देखा जाए तो यह देश Australia पर काफी निर्भर करता है। Australia ने भी अपना immigrant detention केंद्र Nauru में ही बनाया हुआ है। ऐसी चर्चा भी काफी है Nauru आइलैंड को पूरी तरह से रिलोकेट करके किसी अन्य आइलैंड पर ट्रांसफर कर देना चाहिए। लेकिन अभी तक ऐसा कुछ हुआ नहीं है।

4. कुक आइलैंड ( Cook Islands)- Population 15,040

यह Cook Islands South Pacific Ocean में मौजूद एक छोटा सा देश है। इस देश में 15 आइलैंड मौजूद है। चाहे कुक आइलैंड का लैंड साइज छोटा है। इस देश का टोटल साइज की बात करे तो यह 93 square mile का है। उसके बावजूद भी उन्हें 7,56,771 square miles का ocean में exclusive zone प्राप्त है। Cook Islands में ऐसे काफी लोग है जिनके पास या तो न्यूजीलैंड का सिटिजनशिप है या फ़िर ऑस्ट्रेलिया का। चाहे इस देश की जनसंख्या कम हो लेकिन 80 हजार न्यूजीलैंड और 28 हजार ऑस्ट्रेलियाई लोग इस Cook Islands को अपना heritage मानते है।

इस Cook Islands का नाम एक British Sailor पर रखा गया है। जिनका नाम James Cook था। उन्होंने इस आइलैंड को 18 सदी में खोजा था। यह Cooks Islands में प्रति वर्ष 1 लाख 70 हजार टूरिस्ट दुनिया भर से घूमने आते है। इस देश के प्रमुख व्यापार की बात करे तो यहां के लोग offshore Banking, pearl Harvesting और फलों और seafood को एक्सपोर्ट करते है।

5. पलाउ ( Palau)- Population 18, 055

Palau विश्व का जनसंख्या के आधार पर 5 सबसे छोटा देश है। Palau भी एक pacific ocean में मौजूद एक आइलैंड देश हैं। यह देश 340 आइलैंड से मिलकर बना हैं। टोटल साइज की बात करे तो यह 180 square miles का है। इन देशों की मैरिनल बाउंड्री इंडोनेशिया और फिलीपींस से मिलती है।

इस आइलैंड में काफी लोग इंग्लिश बोलते है लेकिन मातृ भाषा की बात करे तो वो Palauan है। उसके अलावा इंडोनेशिया, मलेशियन भाषा का भी काफी इस्तेमाल होता है। इस Palau की primary occupation की बात करे तो यह farming, tourism और fishing पर निर्भर करती है।

इस आइलैंड पर भी काफी देशों का कब्जा हो रखा है। सबसे पहले स्पेनिश लोगो ने इस देश पर कब्जा किया। जिसके बाद जर्मन लोगो ने भी इस देश पर काफी वर्ष तक कब्जा किया। पहले विश्व युद्ध के दौरान जर्मन लोगो के लिए यह आइलैंड काफी प्रमुख केंद्र के रूप में माना जाता था। जर्मन के बाद इस देश पर जैपनीज लोगो ने कब्जा किया। लेकिन दूसरे वर्ल्ड वार हारने के बाद Union Nations इस देश को चलाती है। आज भी UN का प्रमुख अमेरिका ही इस देश को डिफेंस करता है। साथ ही साथ इस देश की करेंसी भी अमेरिकन डॉलर ही है।

6. सैन मारिनो ( San Marino)- Population 33,660

यह San Marino देश भी वेटिकन सिटी की तरह इटली के अंदर ही मौजूद है। जनसख्या की बात करे तो 33,660 लोग इस देश को अपना मानते है। 18th century में जब छोटे छोटे देश Italy का हिस्सा हो रहे थे। उस समय San Marino में रहने वाले लोगो ने इटली में खुद को मिलने से मना एक दिया। ऐसी स्थिति में इटली ने oppose नही किया और एक साथ 1862 में एक treaty sign की वो independent ही रहेंगे।

San Marino के architecture आज भी विश्व में काफी सारे टूरिस्ट को अपने देश की तरफ अट्रैक्ट करते है। San Marino में रहने वाले लोगो ने भी अपनी heritage को संभाला हुआ है। आज यह देश well developed है और इस देश में रहने वाले लोगो की standard of living भी काफी अच्छी है।

7. मोनाको ( Monaco)- Population 36,469

Monaco एक world famous city है जो French city Riviera में मौजूद है। यह Monaco जनसंख्या के आधार पर 7th smallest country में से एक है। लेकिन इतनी कम पॉपुलेशन होने के बावजूद भी यह देश काफी घनी आबादी से भरा हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि इस देश का साइज केवल 499 acres का है।

Monaco में साथ ही में प्रति व्यक्ति 1 लाख 60 हजार से अधिक टूरिस्ट लोग भी घूमने आते है। Monaco को ग्लोबल लेवल पर एक अमीर देश माना जाता है। Monaco के बीच पर प्राइवेट डॉकस होते है। वही रोड पर महंगी से महंगी स्पोर्ट्स कार देखने को मिलती है। अगर आप जुआ खेलना चाहते है तो Monaco आपको जरूर जाना चाहिए। इस देश में लोग अय्याशी और अन्य फन से जुड़े स्टफ करने के लिए खासतौर पर जाते है। इस देश की भाषा की बात करे तो यहां पर फ्रेंच, इटालियन और इंग्लिश भाषा का उपयोग किया जाता है।

इतना छोटा देश होने के बावजूद भी इस देश में प्रति वर्ष F1 race होती है। इस देश में Monte Carlo road पर F1 रेस होती है। इस देश को अमीरों का प्लेग्राउंड भी माना जाता है।

8. लिचेंस्टीन ( Liechtenstein)- Population 39,327

Liechtenstein एक छोटा सा लैंड लॉक्ड कंट्री है जिसका बॉर्डर स्विजरलैंड और ऑस्ट्रिया से टकराता है। इस देश के जनसंख्या की बात करे तो वो इस समय 39, 327 है। Liechtenstein की primary language German है। लेकिन काफी लोग इस देश में फ्रेंच और इंग्लिश भी बोलते है। Liechtenstein को उनके mountain landscape के कारण भी टूरिस्ट लोगो के द्वारा पसंद किया जाता है। इस देश के कैपिटल Vaduz को भी उनके मॉडर्न आर्ट्स के कारण काफी पसंद किया जाता है। इस देश की इकोनॉमी बैंकिंग, मैन्युफैक्चरिंग और टूरिज्म से चलती है। Liechtenstein देश में रहने वाले लोगो की Standard of living काफी high है।

9. मार्शल आइलैंड ( Marshall Islands)- Population 41,569

यह आइलैंड देश भी pacific ocean के अंदर ही 5 आइलैंड से मिलकर बना है। इस देश की जनसंख्या की बात करे तो यह करीब 41,569 है। इस देश का 97 प्रतिशत हिस्सा केवल पानी से भरा हुआ है। इस देश को 15वी सदी में Spanish और Portuguese के द्वारा explore किया गया था। जिसके बाद German लोगो का इस देश पर कब्जा हो गया था। उसके बाद पहले जापान और फिर USA का इसपर कब्जा हो गया। इस देश के आइलैंड Bikini Atoll को Nuclear Testing Site के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। जिसके कारण से आज भी यह देश radioactive माना जाता है।

Marshall Islands आज भी अपने marine life के कारण टूरिस्ट लोगो के बीच में काफी famous है। वही यह देश नेचरल रिसोर्स को भी अन्य देशों को एक्सपोर्ट करता है। इस देश में लोग नारियल, टमाटर, जैसे चीजों को भी उगाते है। इस देश के primary source of income की बात करे तो यह tourism और manufacturing से द्वारा करते है।

10. संत किट्ट्स और नेविस ( Saint Kitts and Nevis)- Population 47,567

Saint Kitts and Nevis दो आइलैंड से मिलकर बना एक देश है। इस देश की जनसंख्या 47,567 है। टोटल साइज की बात करे तो यह दोनो देश 101 acres में फैला हुआ है। Western world में यह देश सबसे छोटा देश माना जाता है। इस देश को साल 1983 में european लोगो से आजादी प्राप्त हुई है। ऐसा माना जाता है कि यह पहला आइलैंड देह है जहां पर european लोगो ने कब्जा किया था। आज इस देश को Mother Colony of West Indies के नाम से जाना जाता है।

Saint Kitts and Nevis भी caribbean country के रूप में माना जाता है। इस देश की जनसंख्या में Africa, Europe, Latin America, and the Pan-Caribbean लोगो का इनफ्लुएंस देखा जाता है। UNESCO के द्वारा Saint Kitts and Nevis को भी World Heritage site के रूप में माना जाता है।

निष्कर्ष (conclusion) :-

आज इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको सबसे कम जनसंख्या वाले 10 देश कौन से है? उनके बारे में बताने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर ऐसा है तो आप इस आर्टिकल को अपने दोस्तो और सहपाठी के साथ भी शेयर कर सकते है। वही अगर आपके मन में इन देशों से संबंधित कोई सवाल आता है तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में संपर्क कर सकते है। धन्यवाद!

F.A.Q. (अक्सर पूछे जाने वाले सवालो के जबाब)

सबसे कम जनसंख्या वाला देश कौन सा है?

विश्व में सबसे कम जनसंख्या वाला देश Vatican City हैं। यह देश इटली के rome शहर के अंदर ही मौजूद हैं। इस देश की जनसंख्या 510 है। इतनी कम जनसंख्या होने के बावजूद Vatican City में प्रति वर्ष हजारों लोग टूरिस्ट के रूप में घूमने आते है।

सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला देश कौन सा है?

सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला देश मंगोलिया है। ऐसा माना जाता है कि इस देश में प्रति 1 किलो मीटर वर्ग में एवरेज तौर पर 1.9 लोग रहते है।

सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाला देश कौन सा है?

French city Riviera में मौजूद देश Monaco सबसे घनी आबादी वाला देश है। इस देश में प्रति वर्ग किलो मीटर में 26 हजार से अधिक लोग रहते है।

दुनिया में कुल कितने देश मौजूद है?

UN के रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में 193 देश मौजूद है। UN के मुताबिक सबसे अधिक देश Europe में आते है। वही सबसे कम देश Australia महाद्वीप में आते है।

एशिया में कुल कितने देश है?

एशिया में 48 देश मौजूद है। एशिया के कुछ देशों का कुछ हिस्सा यूरोप में भी आता है। एशिया के देश रूस, कजाकिस्तान और तुर्की का काफी हिस्सा एशिया महाद्वीप और यूरोप दोनों में ही आता है। एशिया के तीन सबसे बड़े देश रूस, चीन और इंडिया है।

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