10वीं के बाद साइंस लेने के फ़ायदे:- कई लोग 10th के बाद बिना कुछ सोचे कोई भी सब्जेक्ट ले लेते हैं जिनमें उनका इंटरेस्ट नहीं होता फिर उसकी वजह से आगे जाकर उनकी पढ़ाई में मन नहीं लगता और मन नहीं लगता है, तो वह फेल हो जाते हैं और फेल हो जाते हैं तब स्कूल छोड़ देते हैं जो कि सबसे बड़ी गलती है। जैसा कि आपको पता है 10th के बोर्ड के पेपर देने के बाद 11th में कोई स्ट्रीम चुननी पड़ती है। भारत में 3 स्ट्रीम का ऑप्शन मिलता है सांइस, कॉमर्स और आर्ट्स।
बच्चों को 10th boards में पास होने के बाद ही उनके नंबर के हिसाब से स्ट्रीम चुननी होती है। स्ट्रीम choose करने में बहुत परेशानी आती है अगर उसके बारे में सही से जानकारी ना मिले तो। इसलिए इस लेख में आपको 10th के बाद साइंस स्ट्रीम में कैरियर option, science लेकर क्या- क्या बन सकते है। यह सब बताने की पूरी कोशिश की है वो भी आसान भाषा में। इस पोस्ट की मदद से आपको साइंस स्ट्रीम के बारे में अच्छे से जानकारी मिलेगी। आज हम जानेंगे 10th के बाद हमें क्या करना चाहिए साथ ही यह भी जानेंगे कि 10th के बाद कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं जिसे हम चुन सकते हैं। इसके अलावा अगर आप साइंस सब्जेक्ट चुनते है तो आपको इससे क्या क्या फायदे मिल सकते है इसके बारे में भी जानेंगे।
तो चलिए आज के हमारे आर्टिकल 10वीं के बाद साइंस लेने के फ़ायदे (10th ke baad Science lene ke fayde) की शुरुवात करते है और इससे जुड़ी सभी जानकारियों को विस्तार से जानते है।
11th में साइंस स्ट्रीम के लिए कितने नंबर जरूरी
आपको बता दें कि जिन छात्रों को इंजीनियरिंग या मेडिकल लाइन में जाना होता है। वही साइंस स्ट्रीम को choose करते हैं। सांइस स्ट्रीम में एडमिशन के लिए कम से कम 50 to 60% 10th में लाना जरूरी है। अगर आपको 11th में साइंस स्ट्रीम में एडमिशन लेना है। तो 10th के बोर्ड्स के लिए काफी मेहनत करनी होगी और 50 to 60% से ज्यादा अंक लाना होगा। बिना मेहनत के कोई भी कोर्स और उसके कैरियर ऑप्शन नहीं मिलेंगे।
10वीं के बाद साइंस लेने के फ़ायदे | 10th ke baad Science lene ke fayde
दसवीं के बाद साइंस सब्जेक्ट: यह सब्जेक्ट वही बच्चे लेते हैं जो पढ़ाई में इंटेलिजेंट होते हैं क्योंकि यह सब्जेक्ट पढ़ना थोड़ा मुश्किल होता है अगर आप पढ़ाई में तेज नहीं है तो इस सब्जेक्ट को आप बिल्कुल भी ना चुने लेकिन अगर आपको आगे जाकर इंजीनियर, डॉक्टर, साइंटिस्ट बनना है, तो आप इस सब्जेक्ट का चुनाव जरूर करें।
वैसे तो साइंस को दो सब्जेक्ट में बांटा गया है पहला है मेडिकल साइंस और दूसरा है नॉन मेडिकल साइंस यानी कि अगर आपको डॉक्टर बनना है तो मेडिकल साइंस चुनना होगा और अगर आपको इंजीनियर बनना है तो नॉन मेडिकल सब्जेक्ट चुनना होगा। जिसमे आपको बायोलॉजी सब्जेक्ट की जगह मैथ्स पढ़ाया जाता है।
तो साइंस में भी बहुत सारे सब्जेक्ट है आपको इस बारे में पता होना चाहिए कि आपको इसमें कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ने होंगे आइए जानते हैं।
- फिजिक्स सब्जेक्ट के अंदर आपको पदार्थ, गति और ऊर्जा इत्यादि जैसे टॉपिक के बारे में जानने को मिलेगा।
- दूसरा है केमिस्ट्री इसमें आपको रसायन विज्ञान के बारे में पढ़ने को मिलेगा जैसे कि पानी, केमिकल, गैस जैसे पदार्थ के बारे में।
- तीसरा है बायोलॉजी इसके अंदर आपको जीव विज्ञान के बारे में जानने को मिलेगा जैसे कि मानव शरीर और ऑर्गन्स कैसे बनते हैं, बीमारियां बहुत सारी और भी जानकारी।
- नॉन मेडिकल में आपको मैथ्स सिखाया जाता है जो कि आपको आगे जाकर कई जगह काफी काम आने वाले हैं।
- टेक्नोलॉजी इस सब्जेक्ट में आपको बायो टेक्नोलॉजी के बारे में बताया जाता है जैसे कि बायोलॉजिकल सिस्टम, लिविंग organism आदि।
- कंप्यूटर साइंस इस सब्जेक्ट में आपको कंप्यूटर के बारे में पढ़ाया जाएगा जैसे कंप्यूटर क्या है, सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है, इंटरनेट इत्यादि। अब अगर आप बात करें 10th के बाद साइंस लेने के फायदे के बारे में तो नीचे जान लीजिए।
10वीं के बाद साइंस लेने के फ़ायदे – 10th ke baad Science lene ke fayde
10th के बाद साइंस लेने का सबसे बड़ा फायदा है कि इसमें आपको अपने इंटरेस्ट के अनुसार सब्जेक्ट चुनने का मौका मिलता है जैसे अगर आपकी रुचि मेडिकल के क्षेत्र में है, तो आप मेडिकल साइंस चुनते हैं यानी कि PCB को चुन सकते हैं इसमें आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायो पढ़ाए जाएंगे। इसके अलावा अगर आपका इंटरेस्ट नॉन मेडिकल में है तो आप PCM को चुन सकते हैं। PCM यानी कि फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट इसमें आपको पढ़ने होंगे।
अगला फायदा यह है कि साइंस सब्जेक्ट में आप कभी भी बोर नहीं होते दिनो दिन नई चीजों को जानने की उत्सुकता आपके अंदर बढ़ती जाती है क्योंकि रोज नहीं चीजें सीखने को मिलता है इसलिए साइंस की तरफ आपका लगाओ बढ़ता जाता है और सोचने की क्षमता बढ़ती जाती है। साइंस सब्जेक्ट लेकर पढ़ने से इसमें करियर ऑप्शन भी कई सारे हैं इसमें आप जूनियर इंजीनियर कनक से लेकर साइंटिस्ट भी बन सकते हैं। कहने का मतलब करियर ऑप्शन भी बेहतर मिलते है।
10th के बाद 11th में साइंस स्ट्रीम के subjects
● Main subjects
- English (अंग्रज़ी)
- Chemistry (रसायन विज्ञान)
- Physics (भौतिक विज्ञान)
- Biology (जीव विज्ञान)
- Maths (गणित)
● Optional subjects
- कंप्यूटर (आईटी/आईपी)-
- फिजिक्ल एजुकेशन/ म्यूजिक आदि
Career options in science stream
आपका करियर आपके स्ट्रीम में चुने गए विषयों पर निर्भर करता है। ज्यादातर लोग साइंस स्ट्रीम लेना पसंद करते हैं। क्योंकि आपके पास काफी सारे कैरियर के ऑप्शन्स खुल जाते हैं। इसे चुनने के बाद आपके पास कई सारे बैचलर डिग्री है, डिप्लोमा है, कंप्यूटर कोर्स है और सरकारी नौकरियां है। और सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने स्ट्रीम के अलावा अन्य स्ट्रीम (आर्ट्स एवं कॉमर्स) के भी कोर्स कर सकते है।
आपको हम सांइस स्ट्रीम के करियर ऑप्शन बताएंगे। अगर आपको इंजिनियरिंग की लाइन में अपना कैरियर बनाना है तो आपको PCM चुनना चाहिए। यदि आपको मेडिकल लाइन में कैरियर बनाना है तो आपको PCB लेना चाहिए।
करियर इन PCM साइंस स्ट्रीम
यदि आपने साइंस स्ट्रीम में PCM यानी की फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स चुना है। तो आपके करियर ऑप्शन्स इस प्रकार हैं :
साइंस स्ट्रीम Bachelor’s course
- बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (B. Tech)
- बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (B.E.)
- बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B. Arch)
- बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.)
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (BCA)
- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (BBA)
- बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com)
- बैचलर ऑफ आर्ट्स (B.A)
- बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (BHM)
- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन (BJMC)
साइंस स्ट्रीम Diploma course
- डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन इवेंट मैनेजमेंट
- डिप्लोमा इन केमिकल इंजीनियरिंग
- डिप्लोमा इन वेब डिजाइनिंग
- डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग
- डिप्लोमा इन डाटा साइंस
- डिप्लोमा इन एनीमेशन एंड मल्टीमीडिया
- डिप्लोमा इन फॉरेन लैंग्वेज
- डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग
Other courses
- इंटीग्रेटिड एम.एससी (Int. Msc.)
- एयरफोर्स (वायु सेना)
- State police
- Lawyer
- Teacher शिक्षक
- Environmental science (पर्यावरण विज्ञान)
- Tourism (यात्रा और पर्यटन)
- सोशल वर्क
- फैशन डिजाइनिंग कोर्स
- टेलीविजन कोर्स
- एनिमेशन कोर्स
- कंप्यूटर हार्डवेयर
- सिलाई क्षेत्र
- वेब डिजाइनिंग
- ग्राफिक डिजाइनिंग
- director or producer (फिल्म निर्माण)
- मूवी एडिटिंग
- टेक्सटाइल डिजाइनिंग
- सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
- टेक्नोलॉजी कोर्स
- डेटा साइंस कोर्स
साइंस स्ट्रीम करियर इन PCB
यदि आपने साइंस स्ट्रीम में PCB यानी की फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी चुना है। तो आपके करियर ऑप्शन्स इस प्रकार हैं :
Medical course
- बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी (MBBS)
- बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS)
- बैचलर इन फार्मेसी (B.Pharmacy)
- बीएससी इन एग्रीकल्चर (B.Sc Agriculture)
- बीएससी इन नर्सिंग (Bsc.nursing)
- बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BHMS)
- बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS)
- बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (BUMS)
- बैचलर आफ फिजियोथैरेपी (B.P.T)
- बैचलर ऑफ वेटरनरी साइंस एंड एनिमल हसबेंडरी
Paramedical course
- बीएससी इन ऑपरेशन थियेटर टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन एक्सरे
- बीएससी इन मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी
- बीएससी इन ऑडियोलॉजी एंड स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी
- डिप्लोमा इन फिजियोथैरेपी
- डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्निशियन
- डिप्लोमा इन मेडिकल इमेजिंग टेक्नोलॉजी
- डिप्लोमा इन ऑर्थोपेडिक्स
- सर्टिफिकेट इन न्यूट्रिशन एंड चाइल्ड केयर सर्टिफिकेट
- सर्टिफिकेट इन ईसीजी एंड सीटी स्कैन टेक्निशियन
Science लेकर आप क्या क्या बन सकते हैं
आइए आपको बताते है कि आप सांइस स्ट्रीम को लेकर। आप किस कोर्स को चुन कर क्या क्या बन सकते हैं।
साइंस स्ट्रीम इन PCM
- यदि आप PCM यानि फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स को साइंस स्ट्रीम को चुनते है। तो आप इंजीनियर (mechanical, civil, computer आदि) बन सकते हैं।
- इंजीनियर बनने के लिए आपको Jee Mains और Jee advanced के एग्जाम को क्लियर करना होता है। या आप किसी अच्छे कॉलेज से b.tech करके भी इंजीनियर बन सकते हैं। B.tech के बाद आप m.tech भी कर सकते हैं।
- आपको बता दे कि Medical और commerce के सिर्फ कुछ गिने चुने options को छोड़कर PCM चुनने वाले किसी भी प्रोफेशन में जा सकते हैं।
- PCM चुन कर आप साइंटिस्ट, पायलट भी बन सकते हैं। साइंटिस्ट बनने के लिए भी उसकी पढ़ाई होती है, आप रिसर्च फील्ड में पीएचडी आदि कर सकते हैं।
- आप Air Force में भी जा कर अपना करियर बना सकते है। वायु सेना में जाने के लिए एग्जाम के साथ साथ काफी समय तक ट्रेनिंग करनी होती है।
- इसके इलावा आप प्राइवेट जॉब भी कर सकते है किसी अच्छी कंपनी में।
करियर ऑप्शन साइंस स्ट्रीम इन PCB
- अगर आप PCB यानि फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी साइंस स्ट्रीम को चुनते है। तो आप मेडिकल (MBBS, BDS, Physiotherapy, Nurse, lab technician आदि) को सेलेक्ट करके डॉक्टर बन सकते है।
- मेडिकल वाले कई कोर्स जैसे MBBS, BDS में एडमिशन लेने के लिए आपको NEET एग्जाम क्लियर करना होता है।
- आप इसमें B. Pharmacy को चुन कर दबाइयो से रिलेटेड job कर सकते हैं। साथ ही आप chemist की शॉप भी ओपन कर सकते हैं।
- आप पैरामेडिकल कोर्स करके भी अपना कैरियर बना सकते हैं। इसमें आपको कोई एग्जाम क्लियर नहीं करना होगा। केवल आपको किसी कॉलेज से ग्रेजुएशन करके डिग्री लेनी होगी।
- मेडिकल से जुड़े सारे कोर्स के बैचलर डिग्री में आपका ज्यादा समय और पैसा दोनों ही लगता है।
- तो अगर आप कम पैसा खर्च करके जल्दी नौकरी पाना चाहते हैं। तो पैरामेडिकल कोर्स कर सकते हैं क्योंकि ये जॉब ओरिएंटेड कोर्स होते हैं। और इसे करने के बाद नौकरी मिलने की chances ज्यादा होती है।
- बम्स (यूनानी चिकित्सा), बीएएसएलपी (ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज थेरेपी) आदि करके भी अच्छा करियर बना सकते हैं।
- आप arts और commerce वाले ऑप्शन भी चुन सकते हैं। और उसमें अपना कैरियर बना सकते हैं।
PCMB
- आपको बता दे आप मैथ्स और बायोलॉजी दोनों को चुन सकते है। इस सब्जेक्ट्स को हम PCMB (यानि फिजिक्स, कैमिस्ट्री, मैथ्स और बायोलॉजी) कहते हैं।
- इसको आप ऑल राउंडर की तरह मान सकते हैं।
- इसको चुनने पर आप मेडिकल और इंजीनियरइंग वाले दोनों ही कोर्स में अपना कैरियर बना सकते हैं।
Optional subject
Computer
- बीई या बीटेक इन कंप्यूटर साइंस
- बीटेक इन इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
- बैचलर कंप्यूटर साइंस
- बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशंस (BCA)
- डिप्लोमा इन हार्डवेयर एंड नेटवर्किंग
- डिप्लोमा इन कंप्यूटर प्रोग्रामिंग
- सर्टिफिकेट इन C, C++ या Java
- कंप्यूटर ऐडेड डिजाइनिंग (CAD)
- साइबर सिक्योरिटी
- सर्टिफाइड इंफॉर्मेशन सिस्टम सिक्योरिटी प्रोफेशनल
Physical education
- किसी भी स्पोर्ट्स अकेडमी, हेल्थ क्लब, स्कूल, कॉलेज आदि के साथ जुड़ सकते हैं।
- रक्षा और पुलिस लाइन में जा कर कैरियर बना सकते हैं।
- फिजिकल एजुकेशन प्रोफेशनल के तौर पर आप फिजिकल ट्रेनर कोच, शिक्षक, प्रोफेसर, स्पोर्ट्स मैनेजर, फिजिकल ट्रेनर के तौर पर करियर बना सकते हैं।
Other career
- आप शिक्षक बन सकते है किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएशन करके। उसके लिए आपको b.ed का कोर्स करके CTET का एग्जाम देना होता है।
- आपको बता दे की आप वकील भी बन सकते है सांइस स्ट्रीम चुन कर। उसके लिए आपको BA.llb की पढ़ाई करनी होगी।
10वीं के बाद क्या करें – 10th ke bad kya kare?
बहुत से स्टूडेंट 10th के बाद कंफ्यूज हो जाते हैं कि क्या करें और क्या ना करें क्योंकि 10th के बाद अगर आप सही सब्जेक्ट नहीं सुनते हैं, तो आगे जाकर आपको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे 10th के बाद क्या करें, क्योंकि 10th के बाद एक सही सब्जेक्ट होना बहुत जरूरी है और यह जानना भी जरूरी है 10th, 12th में हमें क्या-क्या पढ़ाया जाएगा जिससे आगे जाकर हेल्प मिल सके आइए नीचे जानते है।
दसवीं के बाद आर्ट्स सब्जेक्ट: 50% लोगों के मन में वहम है कि आर्ट्स लेने से आगे जिंदगी में कुछ भी स्कोप नहीं है इस सब्जेक्ट को लेने में कोई फायदा नहीं है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है इस सब्जेक्ट हो अगर आप अच्छे से पढ़ते हैं तो आगे जाकर आप अच्छे पॉलिटिशन, वकील, कोर्ट जज बन सकते हैं इसके अलावा आप हिंदी, संस्कृत के प्रोफेसर भी बन सकते हैं।
दसवीं पास करने के बाद सबसे पहला सब्जेक्ट जो आता है वह है आर्ट्स इस सब्जेक्ट को वह बच्चे लेते हैं जिनके दसवीं बोर्ड एग्जाम में कम नंबर आते हैं। अगर आप आगे जाकर पॉलिटिक्स, प्रशासनिक सेवा, वकील, समाज सेवा में आपका इंटरेस्ट है, तो आप आर्ट सब्जेक्ट को चुन सकते हैं। अब आगे जानिए आर्ट्स में क्या क्या सब्जेक्ट है। अगर आप आर्ट्स सब्जेक्ट पढ़ना चाहते है, तो आपको पता होना चाहिए कि आर्ट्स स्ट्रीम में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते है चलिए जानते हैं –
- पहला है हिस्ट्री यानी की इतिहास जो कि थोड़ा सा बोरिंग है लेकिन अगर आपको इसमें थोड़ी भी इंटरेस्ट है तो आर्ट्स स्ट्रीम का चुनाव कर सकते हैं।
- दूसरा है इंग्लिश इस सब्जेक्ट में आपको इंग्लिश ग्रामर, लिट्रेचर और भी कई सारी चीजें सिखाई जाती है जिससे आप अपने इंग्लिश को इंप्रूव कर सकते हैं।
- तीसरा है भूगोल (Geography) इसमें आपको पृथ्वी के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी जैसे भूकंप कैसे आता है, सुनामी आदि।
- चौथा है साइकोलॉजी इस सब्जेक्ट के अंदर मनुष्य के दिमाग और उसके व्यवहार के बारे में काफी सारी इंटरेस्टिंग फैक्ट और काफी कुछ जानने को मिलेगा।
- पांचवा है पॉलिटिकल साइंस इस सब्जेक्ट में आपको भारत के गवर्नमेंट यानी कि सरकार से रिलेटेड चीजें पढ़ने को मिलेगी।
- छठवा है इकोनॉमिक्स इस सब्जेक्ट के अंदर आपको भारत की इकनोमिक से यानी कि गुड्स एंड सर्विस, सेल के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी।
- अगला है फिलॉसफी इस सब्जेक्ट में आपको इंसान के बारे में बताया जाएगा जो कि लोग क्या सोचते हैं, कैसे stress-free रहे, कैसे खुश रहे।
- अब अगला है सोशियोलॉजी इस सब्जेक्ट में आपको सोसाइटी से रिलेटेड यानी की समाज सेवा के बारे में काफी कुछ पढ़ाया जाता है।
- संस्कृत, इस सब्जेक्ट में आपको संस्कृत भाषा सीखने को मिलती है अगर आप संस्कृत भाषा सीखना चाहते हैं।
दसवीं के बाद कॉमर्स सब्जेक्ट: 10th के बाद जो दूसरा सब्जेक्ट आता है वह है कॉमर्स इस सब्जेक्ट को आर्ट्स के मुकाबले थोड़ा सा ज्यादा इंपोर्टेंस दिया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सब्जेक्ट को लेने के लिए 10th में 60% के करीब नंबर होने चाहिए तभी कुछ स्कूल आपको यह सब्जेक्ट देते हैं। बैंकिंग में इंटरेस्ट है या फिर CA बनना चाहते हैं या फिर आगे जाकर कंप्यूटर की पढ़ाई करनी है तो यह सब्जेक्ट आपके लिए बेस्ट है।
इस सब्जेक्ट से आप बैंक में मैनेजर अकाउंटेंट आदि बन सकते हैं तो अगर आप इन सब्जेक्ट में रुचि रखते हैं और आप इस सब्जेक्ट का चुनाव कर सकते हैं। कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं यह जानते हैं अगर आपको कॉमर्स स्ट्रीम को चुनना है, तो सबसे पहले आपको कुछ बातों का पता होना चाहिए कि आपको इसमें कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ाया जाएंगे यह जानना बहुत जरूरी है –
- पहला है अकाउंटेंसी इस सब्जेक्ट में आपको हिसाब किताब सिखाया जाता है जैसे बिजनेस, बैंक में पैसा जमा करना निकालना।
- मैथमेटिक्स सब्जेक्ट में गणित सिखाया जाता है जो आगे जाकर कई जगह काफी काम आने वाले हैं।
- इंग्लिश सब्जेक्ट में आपको इंग्लिश ग्रामर सिखाया जाता है जिससे कि आप अपने अंग्रेजी को अच्छा और इंप्रूव कर सके यह तो कॉमर्स के बाद अब आगे साइंस के बारे में जानते हैं।
- इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट में आपको भारत की इकोनॉमिक्स गुड एंड सर्विस, सेल के बारे में जानने को मिलेगा।
- बिजनेस स्टडी सब्जेक्ट के अंदर आपको बिजनेस के बारे में पढ़ाया जाता है कि कैसे बिजनेस करें और इससे क्या क्या जरूरत है इत्यादि जैसी चीजों के बारे में बताया जाता है।
साइंस को क्यों ले और इसके करियर ऑप्शन क्या है कॉमर्स सब्जेक्ट के बाद लास्ट साइंस सब्जेक्ट आता है और इसे काफी ज्यादा इंपॉर्टेंट दी जाती है यानी कि सब्जेक्ट डिमांड आगे जाकर काफी ज्यादा है।
10th के बाद btech कैसे करे?
आइए आपको बताते है 10th के बाद आप कैसे B Tech कर सकते है। और b tech करने के बाद क्या बन सकते हैं।
- सबसे पहले आपको 10th में सांइस स्ट्रीम लेनी होगी। और उसमें आपको PCM सब्जेक्ट चुनना होगा।
- 11वी और 12वी में अच्छे नंबर से पास होना होगा।
- 12वी के रिज़ल्ट आने के बाद आप किसी अच्छे पॉलीटेक्निक आले कॉलेज में btech के लिए फॉर्म भर सकतें है।
- आप किसी प्राइवेट या गवर्नमेंट कॉलेज में प्रवेश कर सकते है।
- Btech एक 4 साल का कोर्स है जिसे पूरा करने पर आप इंजीनियर बन सकते हैं।
10th के बाद MBBS कैसे करें?
Btech के बारे में तो आपको बता दिया है। अब बारी आती है MBBS की। तो आइए बताते है आपको की कैसे आप 10th के बाद MBBS कर सकते हैं।
- सबसे पहले 10वी के बाद आपको PCB यानि फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी चुननी होगी।
- उसके बाद आपको 11th और 12th में अच्छे नंबर से पास होना होगा।
- पास होने के बाद आप को NEET एग्जाम देना होगा।
- NEET में आपको अच्छे से अच्छे नंबर लाने होंगे। ताकि आप को एक अच्छा गवर्नमेंट कॉलेज मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि गवर्नमेंट कॉलेज में आपका mbbs कम पैसे में ही हो जाता है।
12TH SCIENCE KE BAAD GOVT JOB LIST
आज कल ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी ही चाहते है। सरकारी नौकरी को एक अच्छा और लॉन्ग टर्म की नौकरी मानी जाती है। तो आपको बता दे कि आप सांइस स्ट्रीम लेने के बाद भी कोई भी सरकारी नौकरी में जा सकते है। केवल उसके लिए आपको सरकारी एग्जाम देना होगा और क्लियर करना होगा। सरकारी एग्जाम के बारे में हम आपको आगे बताएंगे। फिलहाल आपको गवर्नमेंट जॉब की लिस्ट बताई है।
- आर्मी
- IAS
- नेवी
- एयरफोर्स
- असिस्टेंट लोको पायलट
- रेलवे कांस्टेबल
- रेलवे क्लर्क
- टेक्निकल असिस्टेंट
- लोअर डिविजन क्लर्क
- स्टेनोग्राफर
- मल्टी टास्किंग स्टाफ
- जूनियर सेक्रेटरी असिस्टेंट
- सबमरीन ऑफिसर
SCIENCE STREAM KE BAAD GOVT EXAM LIST
आपको बता दे कि सरकारी नौकरी के लिए आपको सरकारी एग्जाम भी क्लियर करना होता है। तो चलिए जानते है कौन कौन Govt एग्जाम होते है।
● यूपीएससी
● नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA)
● इंडियन एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट
● इंडियन नेवी डायरेक्ट एंट्री एग्जाम
● आरआरबी एनटीपीसी
● आरआरबी एएलपी
● आरआरबी ग्रुप डी
● एसएससी सीएचएसएल
● एसएससी जीडी
● एसएससी स्टेनोग्राफर
● एसएससी एमटीएस (SSC MTS)
केवल UPSC को छोड़ कर बाकी परीक्षा पास करने के बाद आपको ग्रुप सी एवं ग्रुप डी के level की नौकरी मिलेगी। इसलिए अगर आप आईएएस (IAS), आईपीएस, डीएसपी, जैसा बड़ा पोस्ट पाना चाहते है तो आपको यूपीएससी (UPSC) या फिर कोई राज्य स्तरीय सिविल सेवा परीक्षा (जैसे BPSC) देना होगा।
निष्कर्ष (conclusion):
दोस्तों हमने इस आर्टिकल में आपको 10th के बाद साइंस स्ट्रीम में कैरियर option, science लेकर क्या- क्या बन सकते हैं वह सब बताया है। हम आशा करते हैं कि आपको इस लेख द्वारा ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल हो। ताकि आप भी इस पोस्ट द्वारा अपने लिए सांइस स्ट्रीम में एक अच्छा कोर्स चुन पाए। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों से शेयर करें ताकि वह भी अपने लिए अच्छा करियर ऑप्शन चुनें। अगर आपको इस आर्टिकल में कुछ भी सुझाव देना है। तो वह आप कमेंट द्वारा कर सकते हैं हम आपके कमेंट पर जल्द से जल्द रिप्लाइ देने की कोशिश करेंगे।
धन्यवाद!
FAQs. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल?
दसवीं के बाद साइंस लेने के लिए कितने मार्क्स चाहिए?
दसवीं के बाद साइंस लेने के लिए 60 से 70 प्रतिशत चाहिए होते है।
सांइस स्ट्रीम में कितने ऑप्शन होते है सब्जेक्ट्स के लिए?
आपको बता दे कि सांइस स्ट्रीम में PCB यानि फिजिक्स, कैमिस्ट्री और मैथ्स। PCB (फिजिक्स, कैमिस्ट्री और बायोलॉजी) होते है। साथ ही आप मैथ्स और बायोलॉजी दोनों को साथ में ले सकते हैं PCMB के रूप में।
सबसे अच्छा कैरियर ऑप्शन कौन सा है?
आपके द्वारा चुने गए हर ऑप्शन को आप अच्छा ही बना सकते है। उसमें मेहनत और हार्ड वर्क करके। अगर आपको इंजीनियर बनना है तो आप PCM चुन सकते है। वहीं आपको मेडिकल से रिलेटेड कुछ करना है तो आप PCB चुन सकते है।
NEET में गवर्नमेंट कॉलेज के लिए कितने अंक लाना जरूरी है?
NEET एक मेडिकल एग्जाम है। यह टोटल 720 नंबर का होता है। जिसमें से आपको कम से कम 650 लाना होता है एक अच्छे सरकारी कॉलेज के लिए। अगर आप इससे कम नंबर लाते है तो आपको प्राइवेट कॉलेज मिलेंगे जो की काफी महंगे होते हैं।
इंजीनियर और MBBS के इलावा और क्या अच्छा आप्शन है?
इसके इलावा ऐसे बहुत से ऑप्शन्स है जिसको चुन कर आप अपना कैरियर बना सकते है। जैसे आप एक शिक्षक को कैरियर के रूप में चुन सकते है। इसमें आपको B.ed करना होगा। फिर CTET का एग्जाम देना होगा।
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हे दोस्तों, मेरा नाम गोविन्द है में इस ब्लॉग GtechHindi का फाउंडर और सीनियर एडिटर हूँ। मैं By Profession ऑटोमोबाइल इंजीनियर हूँ और By Passion डिजिटल मार्केटिंग और ब्लॉग्गिंग करता हूँ जो की मेरा शौक है।
मेरे शौक के बारे में – मुझे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग, इंटरनेट, कंप्यूटर और इंजीनियरिंग कला में रुचि है। मैं हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करता हूं, क्योंकि अगर आपके पास ज्ञान है कुछ नया कर सकते हैं।
“मंजिल तो मिल ही जाएगी, भटक के ही सही, गुमराह तो वो हैं जो घर से निकले ही नहीं”
” be the best version of yourself”
science ek interesting subject hai ,samjhne ki jarurat hai sab easy hota hai .
science hard hota he ya asan